Lumpy Virus: उत्तर भारत के कई राज्यों में हजारों पशु लंपी वायरस की चपेट में हैं. देशभर में 60 हजार से ज्यादा गायों की इस जानलेवा वायरस की वजह से मौत हो चुकी है. राजस्थान में ये संख्या तो 35 हजार के पार जा चुकी है. गुजरात में भी स्थिति बेहद दयनीय है. पंजाब, हरियाणा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी इस जानलेवा बीमारी से हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं. इस बीच जम्मू-कश्मीर में भी लंपी वायरस के डरावने आंकड़े सामने आए हैं.
दक्षिण कश्मीर में भी फैला लंपी वायरस
दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में भी लंपी वायरस पहुंच चुका है. यहां की 30 हजार से ज्यादा गायें इस स्किन बीमारी की चपेट में हैं. अनंतनाग जिले के महमूदाबाद इलाके में रहने वाले मोहम्मद इकबाल की आमदनी का मात्र जरिया पशुपालन है. वह रोजाना दूध बेचकर अपना गुजारा करते हैं. अब उनकी जर्सी गाय लंपी वायरस से ग्रसित हो गई है और दूध देना बंद कर दिया है.
टीकाकरण का अभियान शुरू
इकबाल का कहना है कि अभी तक वह अपनी गाय के इलाज में ₹10000 खर्च कर चुके हैं. पशुओं में यह बीमारी कम होने के बजाय फैलती जा रही है. इलाके में तैनात वेटरनरी डॉक्टर मलिक रफी का कहना है कि इस बीमारी के प्रशासन पूरी मजबूती से लड़ रहा है. पूरे दक्षिणी कश्मीर में प्रभावित इलाकों में पशुओं को टीका लगाया जा रहा है.
क्या कहता है प्रशासन?
डॉक्टर मलिक रफी कहते हैं कि वेटरनरी डिपार्टमेंट का जोर इसी बात पर है कि इस बीमारी को फैलने से रोका जाए. पशुओं पर बैठने वाले मच्छर और मक्खियां इस बीमारी को एक जानवर से दूसरे जानवर तक फैला रहे हैं. ऐसे में संक्रमण रोकने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
पशुपालकों को दिए गए ये निर्देश
इन सबके बीच पशुपालन विभाग ने लोगों को अपने जानवरों को साफ सुथरी जगह पर निर्देश दे दिया है. संक्रमित जानवरों संक्रमित जानवरों से दूर रखने को को कहा गया है. बता दें जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में हजारों लोग पशुपालन और दूध के उत्पादन से ही अपना रोजगार हासिल करते हैं. अब इस बीमारी की वजह ये उनके जीवनयापन पर संकट आ गया है.
अशरफ वानी