सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है, रोजाना तापमान धीरे-धीरे गिर रहा है. ऐसे मौसम में मुर्गी पालकों को खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि ठंड के कारण मुर्गियों के बीमार पड़ने का खतरा हो सकता है और अंडे व चिकन का उत्पादन में भी कमी देखी जा सकती है. इस मौसम में जरा-सी लापरवाही भारी नुकसान का कारण बन सकती है. अगर आप सही प्रबंधन और आवश्यक सावधानियां अपनाते हैं, तो ठंड के मौसम में भी पोल्ट्री फार्म को सुरक्षित रख सकते हैं और नुकसान से बच सकते हैं.
पोल्ट्री विशेषज्ञों के मुताबिक अगर पोल्ट्री फार्म का तापमान सही तरीके से नियंत्रित किया जाए तो बड़े नुकसान से बचा जा सकता है. अचानक तापमान में बदलाव मुर्गियों को असहज कर सकता है, जिसका सीधा असर उनकी सेहत पर हो सकता है. तापमान में बदलाव के कारण अंडे और चिकन उत्पादन में कमी आ सकती है. इसलिए ठंड के मौसम में तापमान का संतुलन बनाए रखना न केवल मुर्गियों की अच्छी सेहत के लिए आवश्यक है, बल्कि बेहतर उत्पादन के लिए भी बेहद जरूरी माना जाता है.
ऐसे करें तापमान नियंत्रित
सर्दियों में पोल्ट्री फार्म में सही तापमान बनाए रखना बेहद जरूरी माना जाता है. इसके लिए ब्रूडर का उपयोग किया जा सकता है. साथ ही लकड़ी का कोयला, बायोमास पैलेट्स और धान की भूसी जलाकर भी तापमान नियंत्रित किया जा सकता है. ध्यान रखें, तापमान में जरा-सी गड़बड़ी कई बार मुर्गियों के जीवन के लिए खतरा बन सकती है.
इसके अलावा अन्य उपयुक्त उपाय भी अपनाए जा सकते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, पोल्ट्री फार्म में तापमान करीब 25 से 26 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए. इससे कम या अधिक तापमान मुर्गियों के स्वास्थ्य और उत्पादन दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है.