गुड़मार का उपयोग कई बीमारियों में उपयोगी माना जाता है. इसे वजन घटाने, डायबिटीज आदि में लाभकारी बताया जाता है. गुड़मार के सेवन से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित और पाचन में भी मदद मिल सकती है. इसके अलावा भी गुड़मार के कई फायदे बताए जाते हैं. अगर आप इसकी खेती करना चाहते हैं तो बता दें कि इसे एक बार लगाकर आप करीब 25 साल तक इसका फायदा उठा सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे इसे आसानी से उगा सकते हैं.
कैसे कर सकते हैं बुवाई?
गुड़मार की बुवाई करने के लिए आप बीज और कलम दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके बीजों को आप नर्सरी में लगाने के लिए पॉलीथीन प्रो-ट्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं. नर्सरी में लगाने के करीब 3-4 महीनों में यह रोपाई के लिए तैयार हो जाते हैं. इसकी नर्सरी तैयार करने का सही समय अप्रैल से मई तक का माना जाता है, वहीं, रोपाई का समय जुलाई-अगस्त में बारिश के बाद का माना जाता है. आप जब इसे लगाने के लिए गड्डे तैयार कर रहे हो तो करीब 1 मीटर की दूरी हर गड्डे के बीच रखना आपको फायदा पहुंचा सकता है.
सिंचाई करना
पौधों की रोपाई करने के तुरंत बाद इनकी सिंचाई करना फायदेमंद माना जाता है. आप गर्मियों के समय में करीब 2 हफ्ते बाद और सर्दियों में करीब 3 हफ्ते का समय लेकर सिंचाई कर सकते हैं. इसके पौधों के लिए ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं होती है.
बता दें इस पौधे के खेती मुख्य रूप से इनकी पत्तियों के लिए की जाती है. आप इनकी पत्तियों को सितंबर-अक्टूबर से और अप्रैल मई के समय में प्राप्त कर सकते हैं. बताया जाता है कि यह पौधा एक बार लगाने के बाद करीब 25 सालों तक फसल दे सकता है. इसके उचित विकास के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का इस्तेमाल करना फायदेमंद माना जाता है.