उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में एक गाइड के शर्मनाक और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार का मामला सामने आया है. एक टूरिस्ट ने सोशल मीडिया पर शिकायत की है, जिसकी खूब चर्चा हो रही है. टूरिस्ट ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि गाइड ने विदेशी मेहमानों को तंबाकू देने की पेशकश की और उन्हें उस लोकेशन का जानकारी देने की बजाय सोता रहा. ये घटना तब हुई जब जिप्सी में फ्रांस के मेहमान बैठे हुए थे.
रतन नाम के इस शख्स ने एक्स पर लिखा- ' जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में हमारे दिन के गाइड से मिलिए, और अफ़सोस, उनके पास पर्यटकों को देने के लिए केवल यह था- तंबाकू. हमें उन्हें तंबाकू का पैकेट ज़मीन पर फेंककर कचरा फैलाने से भी रोकना पड़ा. सफारी के दौरान लंबी एक घंटे की नींद लेने के बाद, वह केवल यह कहने के लिए जागे, “हिरण का मांस स्वादिष्ट होता है.” पार्क, वन्यजीव या संरक्षण के बारे में एक भी शब्द नहीं, बस यही. ईमानदारी से कहूं तो यह देखकर शर्मिंदगी हुई, ख़ासकर जब जिप्सी में फ्रांस और अन्य देशों के मेहमान बैठे थे, जो भारत के समृद्ध वन्यजीवों के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे. इसके बजाय, उन्हें तंबाकू पेश किया जा रहा था. ठीक यहीं हम विफल हो जाते हैं, जब हमारी प्राकृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग ही इसके प्रति ज़रा भी सम्मान या ज्ञान नहीं दिखाते हैं. दुख की बात है, यही कभी-कभी भारत के पर्यटन की सच्चाई है!'
इस मामले को संज्ञान में आते ही, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर साकेत बडोला ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- "इस मामले को मेरे संज्ञान में लाने के लिए धन्यवाद, अगर यह सच है, तो ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जांच पूरी होने तक संबंधित नेचर गाइड को बैन कर दिया गया है.
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इस मामले के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर अपना-अपना अनुभव शेयर कर रहे हैं. कुछ लोग जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पर्यटकों के अनुभव की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, गाइड और सहायक कर्मचारियों के लिए नियमित, उच्च गुणवत्ता वाले पेशेवर ट्रेनिंग देने की भी मांग कर रहे हैं.