शहबाज सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया है. वो किसी भी हाल में 14 मई को पंजाब सूबे का चुनाव कराने को तैयार नहीं है. संसद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रस्ताव लाया जा रहा है. सरकार और सुप्रीम कोर्ट के इस टकराव की वजह से एक संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है.