उमेश पाल अपहरण के मामले में पयागराज कोर्ट में आजीवन कावारास की सजा सुनाए जाने के बाद जब अतीक अहमद 29 मार्च की रात को वापस साबरमती जेल पहुंचा. कई सालों के बाद जब उसने पहली बार कैमरे पर कुछ बोला तो उसकी आवाज में जिंदगी बच जाने की राहत साफ महसूस की जा सकती थी. देखें वारदात.