मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें एक तेज रफ्तार वैन ने बाइक को टक्कर मारने के बाद नियंत्रण खो दिया और पानी से भरे कुएं में जा गिरी. इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 10 वैन सवार, 1 बाइक सवार और 1 बचावकर्ता शामिल हैं. चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
यह घटना नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के कचरिया चौपाटी गांव में दोपहर करीब 1:15 बजे हुई. जानकारी के अनुसार, वैन में सवार लोग उज्जैन जिले के उन्हेल और रतलाम जिले के गांवों से नीमच जिले के आंतरी माता मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे. वैन में कुल 14 लोग सवार थे.
रास्ते में नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के कचरिया चौपाटी के पास वैन ने तेज गति के कारण एक बाइक को टक्कर मार दी. टक्कर के बाद चालक ने नियंत्रण खो दिया और वैन सड़क किनारे बिना मुंडेर वाले कुएं में जा गिरी. कुएं में गिरने के बाद वैन से एलपीजी गैस का रिसाव होने लगा, जिससे अंदर फंसे लोगों का दम घुटने लगा.
रतलाम रेंज के डीआईजी मनोज सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया था. हादसे में चार लोगों को बचा लिया गया, जबकि 9 की मौत हो गई. बचाव के लिए कुएं में उतरे 42 वर्षीय ग्रामीण मनोहर सिंह की भी जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मौत हो गई. बाइक सवार गोवर्धन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई.
बचाव अभियान और प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), एसडीईआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं. क्रेन की मदद से वैन को कुएं से बाहर निकाला गया. कुएं में 8 से 10 फीट पानी होने और जहरीली गैस फैलने के कारण बचाव कार्य में काफी परेशानियां आईं. जिला अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर भी मौके पर भिजवाए गए.
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कलेक्टर अदिति गर्ग, एसपी अभिषेक आनंद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. देवड़ा ने बताया कि हादसे में कुल 12 लोगों की मौत हुई है, जिसमें दो बच्चे भी शामिल थे. चार लोगों को सुरक्षित निकालकर मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मृतकों में शामिल हैं:-
बलराम पिता हेमराज, उम्र 25 वर्ष, निवासी डाबी पिपलिया, उन्हेल, उज्जैन
नागु सिंह पिता उदा पटेल, उम्र 35 वर्ष, निवासी जोगी पिपलिया, रतलाम
रामी बाई पति पूरालाल, उम्र 60 साल, निवासी खोजन खेड़ा, रतलाम
कान्हा पिता मानसिंह, उम्र 40 साल, निवासी जोगी पिपलिया, बड़ावदा, रतलाम
श्यामलाल पिता पूरालाल, उम्र 30 साल, निवासी खोजन खेड़ा, रतलाम
आशा पति राकेश, उम्र 30 साल, निवासी खोजन खेड़ा, रतलाम
मंगू बाई पति दुल्लाजी, उम्र 50 साल, निवासी खोजन खेड़ा, रतलाम
मनोहर पिता शीतल सिंह, उम्र 42 साल, निवासी दोरवाड़ी, नारायणगढ़ (बचावकर्ता)
धर्मेंद्र सिंह पिता मदन सिंह, उम्र 39 वर्ष, निवासी खोजन खेड़ा, बड़ावदा, रतलाम
पवन पिता दुल्लाजी, उम्र 30 साल, निवासी खोजन खेड़ा, रतलाम
मधु पति मनोहर गहलोत, उम्र 30 साल, निवासी हरिया खेड़ी, उज्जैन
गोवर्धन पिता देवी सिंह, उम्र 65 साल, निवासी आबा खेड़ी, नाहरगढ़ (बाइक सवार)
सुरक्षित निकाले गए लोगों में शामिल हैं:-
देवेंद्र पिता मनोहर गहलोत, उम्र 10 वर्ष, निवासी हरिया खेड़ी, उज्जैन
मुकेश पिता बगदीराम, उम्र 28 वर्ष, निवासी जोगी पिपलिया, बड़ावदा, रतलाम
माया पति बलराम, उम्र 26 वर्ष, निवासी पिपलिया डाबी, उन्हेल, उज्जैन
प्रियांशी पिता बलराम, उम्र 3 साल, निवासी पिपलिया डाबी, उन्हेल, उज्जैन
सरकार की ओर से मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया और 'X' पर लिखा, "मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुई दुर्घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं. अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं." उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए और घायलों को 50000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.
CM मोहन यादव ने भी किया मुआवजे का ऐलान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 1-1 लाख रुपए और अन्य घायलों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
उन्होंने कहा, "मंदसौर जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में भीषण सड़क दुर्घटना में कार के गहरे कुएं में गिर जाने से बारह लोगों की असामयिक मृत्यु का दुखद समाचार मिला है."