How to cure fatty liver: फैटी लिवर के कारण हमारा लिवर उस तरह से काम नहीं कर पाता जैसा उसे करना चाहिए. लिवर में अधिक मात्रा में फैट जमा होने के कारण फैटी लिवर की समस्या का सामना करना पड़ता है. फैटी लिवर की बीमारी 2 प्रकार की होती है. एल्कोहॉलिक फैटी लिवर जो अत्यधिक मात्रा में शराब पीने के कारण होती है और दूसरी है नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर, यह समस्या खानपान का ख्याल ना रखने के कारण होती है.
नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर की समस्या का सामना ज्यादातर उन लोगों को करना पड़ता है जो मोटापे के शिकार हैं या जिनकी लाइफस्टाइल काफी खराब है. अनहेल्दी चीजें खाने पर भी फैटी लिवर का सामना करना पड़ सकता है.
फैटी लिवर की समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने मॉर्निंग रूटीन में कुछ बदलाव करें. जरूरी है कि आप अपने दिन की शुरुआत लिवर फ्रेंडली एक्टिविटीज से करें. आइए जानते हैं फैटी लिवर से बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए.
नींबू पानी से करें दिन की शुरुआत- नींबू पानी में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो लिवर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं. सुबह खाली पेट गर्म पानी में नींबू मिलाकर पीने से बाइल का उत्पादन बढ़ता है, फैट का डाइजेशन बढ़ता है.
लाइट स्ट्रेचिंग और योग- सुबह के समय फिजिकल एक्टिविटी जैसे योग और स्ट्रेचिंग करने से बॉडी में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ता है. इसके अलावा योग में भुजंगासन और अर्ध मत्स्यासन करने से लिवर की फंक्शनिंग बढ़ती है.
नाश्ते में शामिल करें लिवर फ्रेंडली चीजें- नाश्ता ना करने से आपके फैटी लिवर की समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है और मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है. जरूरी कि आप फाइबर,एंटीऑक्सीडेंट्स और प्रोटीन से भरपूर नाश्ता करें ताकि आपका लिवर रिपेयर हो सके.
कच्ची सब्जियों का जूस पिएं- कच्ची सब्जियां जैसे चुकंदर, गाजर और पालक के जूस को अपनी डाइट में शामिल करें. इससे लिवर साफ होता है और फैट भी कम होता है. इन सब्जियों में बिटाइन और नाइट्रेट की भरपूर मात्रा पाई जाती है. यह सब्जियां आपके खून को साफ करने में मदद करती हैं.