दुनिया की कुछ सबसे बेहतरीन व्हिस्की स्कॉटलैंड में तैयार की जाती हैं. यहां बनी व्हिस्की में कुछ तो ऐसा है, जिसकी बराबरी करना दूसरे मुल्कों के बस की बात नहीं. ये तो आप जानते ही होंगे कि स्कॉटलैंड में बनी व्हिस्की स्कॉच कहलाती है. ऐसे में अगर आपने गौर किया हो तो यहां बनी बहुत सारी स्कॉच व्हिस्कियों के नाम में एक शब्द कॉमन है और वो है ग्लेन (Glen). स्कॉच व्हिस्की बना रहीं कई कंपनियां हैं जैसे, Glenlivet, Glenfiddich, Glenmorangie, glenmore, Glen Dronach, Glen Cova, Glen Calder, Glencoe सबके नाम में ये जुड़ा है. हालांकि, इसका मतलब क्या है और इनके नामों की शुरुआत इस शब्द से क्यों होती है, क्या आप जानते हैं?
Glen का मतलब क्या है?
जानकारी के मुताबिक, “glen” शब्द दरअसल गैलिक (Gaelic) भाषा का शब्द है. यह भाषा स्कॉटलैंड में बोली जाती है. ग्लेन का मतलब है “in the valley of”. इतिहासकारों के मुताबिक, स्कॉटलैंड के ऊंचे पर्वतीय इलाकों यानी Highlands की गहरी घाटियों को ग्लेन कहते हैं. चूंकि, स्कॉटलैंड में शहर और कस्बे कम हैं और अधिकतर इलाके Highlands ही हैं, इसलिए यहां के बाशिंदों के लिए जगह के बारे में सही-सही बताने के लिए यह शब्द एक आसान उपाय है. यानी जिस घाटी की जो खूबी, उसमें ग्लेन शब्द जोड़कर उसका नाम बताना. मसलन, Glenlivet (Glen-Liv-it) का मतलब है Valley of livet water यानी एक ऐसी घाटी जहां Livet नदी बहती हो. उसी तरह, Glengarknok का मतलब वो घाटी जहां Garnknok नदी बहती है.
व्हिस्की कंपनियों की डिस्टिलरी घाटियों में क्यों
यह तो अब साफ हो गया कि जिस घाटी में जो व्हिस्की डिस्टिलरी स्थित हो, उसके हिसाब से उसका नाम रखने की परंपरा रही है. अब सवाल उठता है कि व्हिस्की कंपनियां अपनी डिस्टलरी इन घाटियों में क्यों बनाती हैं? दरअसल, ये शराब तैयार करने के लिए बहुत ज्यादा मात्रा में अच्छी क्वॉलिटी के पानी की जरूरत होती है. ऐसे में ये घाटियां शराब उत्पादन के लिए बेहद मुफीद जगह होती हैं. वहीं, पहाड़ी इलाकों की चोटियों पर डिस्टिलरी बनाने से ज्यादा आसान उन्हें घाटियों में स्थापित करना है. यही वजह है कि ये व्हिस्की कंपनियां अपना नाम डिस्टिलरी के लोकेशन पर रखती हैं.