तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) अब भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नाम से जाना जाएगा. भारतीय निर्वाचन आयोग से पार्टी का को स्वीकृति मिल गई है. अब से अधिकारिक तौर पर टीआरएस का नाम भारत राष्ट्र समिति (BRS) हो गया है.
तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) का नाम बदलने का फैसला आम सभा की बैठक में लिया गया था. टीआरएस जनरल बॉडी ने एक प्रस्ताव पारित किया था. इसको लेकर एक पत्र चुनाव आयोग को भेजा गया था, जिसे अब चुनाव आयोग ने स्वीकार कर लिया है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस फैसले पर जश्न मनाया है.
केंद्र से चल रही है खींचतान
बता दें कि इन दिनों राज्य के मुख्यमंत्री केसीआर और केंद्र की भारतीय जनता पार्टी के बीच काफी खींचतान चल रही है. हाल ही में 28 नवंबर को तेलंगाना में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. बंदी संजय कुमार अपनी पांचवें चरण की प्रजा संग्राम यात्रा के लिए निर्मल जिले की ओर जा रहे थे. इसी दौरान उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में सड़कों पर उतर गए थे. इससे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था.
40 हजार करोड़ का हो गया घाटा
तेलंगाना की केसीआर सरकार लगातार केंद्र पर निशाना साधती रही है. हाल ही में प्रदेश सरकार की ओर से आरोप लगाया गया था कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से 2022-2023 में राजस्व संग्रह में 40,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. इसकी जानकारी प्रदेश की जनता तक पहुंचाने के लिए दिसंबर में एक सप्ताह के लिए विधानसभा का सत्र आयोजित किया जाएगा.