करीब एक साल तक दिल्ली की सरहदों पर घेराबंदी और आंदोलन के बाद किसानों की वापसी के अभी 15 दिन भी नहीं बीते कि कृषि बिल को लेकर फिर कोहराम मच गया. बता दें कि किसान आंदोलन स्थगित हो चुका है लेकिन कृषि कानून को लेकर सियासत की चिंगारी अभी बुझी नहीं है. एक दिन पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बयान को कृषि कानूनों की वापसी का संकेत मान लिया गया. बवाल बढ़ा तो कृषि मंत्री ने कहा कि उनके बयान को लेकर गलत प्रचार किया जा रहा है. देखें वीडियो.
Farmers protest has ended a few days back after the Centre agreed to the demands of the farmers' associations. But a statement of Agriculture Minister Narendra Singh Tomar was taken as a sign of the return of agricultural laws. Although afterwards, Tomar has come up with an explanation. Watch the video to know more.