भारतीय सेना आतंकी समूह हमास द्वारा इजरायली ठिकानों पर किए गए हमलों का विस्तार से अध्ययन कर रही हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘आजतक’ को बताया कि अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में होने वाले सेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान भी इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है. इस दौरान सेना के शीर्ष अधिकारियों को हमले के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी जाएगी.
अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना खुफिया जानकारी एकत्र करने में संभावित अंतराल का भी अध्ययन कर रही है, जिसके कारण यह चूक हुई और इतनी बड़ी संख्या में जुटे आतंकवादियों पर किसी का ध्यान नहीं गया. बताते चलें कि शनिवार सुबह हमास द्वारा किए गए अचानक हमले के बाद से अब तक इजरायल में 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, इजरायल की जवाबी कार्रवाई के चलते गाजा पट्टी में अब तक 370 लोगों की मौत हो चुकी है.
इजरायल में हुई मौतों के अलावा हमास ने महिलाओं और बच्चों सहित कई नागरिकों को बंधक बना लिया है. हमास नेताओं के अनुसार, उनकी हिरासत में कई इजरायली कैदी हैं. इसके साथ ही हमास ने धमकी दी ती कि गाजा में होने वाले हर हवाई हमले के बदले में एक नागरिक को फांसी पर लटका दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि समूह के पास इजरायल की जेलों में बंद सभी फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त करने के लिए पर्याप्त बंदी हैं.
बताते चलें कि शनिवार सुबह हमास के आतंकवादियों ने गाजा पट्टी से रॉकेटों की बौछार कर इजराइल के खिलाफ बड़े पैमाने पर आश्चर्यजनक हमला किया. पिछले कुछ वर्षों में इजरायल पर सबसे बड़े हमलों में से एक माने जाने वाले हमास के इस हमले में 20 मिनट में लगभग 5,000 रॉकेट दागने का दावा किया गया है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को एक वीडियो बयान में कहा, "हम युद्ध में हैं और हम जीतेंगे." इसके बाद उन्होंने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा करते हुए कहा था कि हमारा दुश्मन ऐसी कीमत चुकाएगा, जिसके बारे में उसने कभी नहीं सोचा होगा.