
भारतीय नौसेना में काम कर चुके मदन शर्मा के पहचान पत्र की एक फोटो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. मदन शर्मा पर अभी हाल में मुंबई में शिवसैनिकों ने हमला किया था. उन्होंने नौसेना में अपनी नौकरी के बारे में रविवार को बताया.
सोशल मीडिया पर मदन शर्मा का जो पहचान पत्र वायरल हो रहा है, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर 201814-W है और कार्ड का नंबर MAH-01/013527 है. कार्ड पर उनके रेजिमेन/कोर को नेवी के तौर पर दर्शाया गया है और उनका रैंक "CHEL(P)" दर्शाया गया है. यहां सीएचईएल से आशय चीफ इलेक्ट्रिकल पावर है. यह रैंक ब्रिटिश रॉयल नेवी के इलेक्ट्रिकल आर्टिफिशर के समान है. यह रैंक किसी पोत की मशीनरी में काम करने वाले इलेक्ट्रिकल टेक्निशियन कंपोनेंट को दिया जाता है.
इसी आईडी कार्ड पर उनके डिस्चार्ज की तारीख 31 अक्टूबर, 1990 अंकित है. मदन शर्मा का आईडी कार्ड रविवार को सोशल मीडिया पर तब सुर्खियों में आया जब उनके नाम और तस्वीर के साथ कुछ यूजर्स ने कुछ फेसबुक पोस्ट किए. फेसबुक पर उनका प्रोफेशन मर्चेंट नेवी लिखा गया है. फेसबुक पर इन तस्वीरों का इस्तेमाल मदन शर्मा के दावों को झूठा साबित करने के लिए किया गया कि वे नेवी के पूर्व अधिकारी रहे हैं.
मर्चेंट नेवी का काम व्यावसायिक होता है जो प्राइवेट और सरकारी शिपिंग कंपनी से जुड़ा होता है, जबकि नौसेना देश की सेना से जुड़ी है. दिलचस्प बात यह है कि फेसबुक प्रोफाइल में पोस्ट, फ्रेंड या अन्य डिटेल का कोई जिक्र नहीं है. शर्मा के एक बच्चे के साथ केवल फोटो है. फेसबुक प्रोफाइल जुलाई 2016 में बनाया गया है. मदन शर्मा ने इस बारे में कुछ नहीं बताया है कि यह फेसबुक प्रोफाइल उनका है या नहीं.
अभी हाल में मदन शर्मा पर मुंबई के कांदीवली में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था. हमले में उनकी आंखों में गहरी चोट आई है. यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी. ऐसी रिपोर्ट है कि मदन शर्मा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक कार्टून व्हाट्सअप ग्रुप पर फॉरवर्ड किया था. मदन शर्मा पर हमले के मामले में मुंबई पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया था इसमें एक शिवसेना का शाखा प्रमुख भी था. हिरासत में लिए जाने के कुछ ही घंटे बाद 5 हजार रुपये के मुचलके पर सभी आरोपियों को जमानत दे दी गई.