एनसीपी नेता छगन भुजबल के एक बयान पर महाराष्ट्र में जमकर सियासत देखने को मिल रही है. एक बैठक के दौरान भुजबल ने मुंबई की तुलना सोने का अंडा देने वाली मुर्गी से कर दी थी. अब उनके इस एक बयान ने राज्य की राजनीति में सियासी भूचाल ला दिया और बीजेपी विधायक मनीषा चौधरी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया. उन्होंने एक तरफ मुंबई अपमान का जिक्र किया तो वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के अपमान पर भी जोर दिया.
मीडिया से बात करते हुए मनीषा चौधरी ने कहा कि भुजबल ने सदन में बहस के दौरान मुंबई की तुलना मुर्गी से की थी. जब मैंने इस बात का विरोध करने की कोशिश की तो उन्होंने मुझे चिल्लाकर चुप करवा दिया. ये सभी महिला विधायकों का अपमान है. अब बीजेपी तो इसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है, इसे महिला अपमान से भी जोड़ रही है, लेकिन एनसीपी ने भी एक आक्रमक स्टैंड अपना रखा है. भुजबल ने तर्क दिया है कि उनकी तरफ से सिर्फ मराठी पंक्ति का जिक्र किया गया था. उस लाइन में कहा गया कि सोने का अंडा देने वाली मुर्गी को मार देना.
अपने बचाव में भुजबल ने आगे कहा कि मैंने तो सिर्फ इतना कहा था कि मुंबई एक सोना देने वाली मुर्गी है, इसे मत मारना. मैं तो इस शहर को बचाने की बात कर रहा था. लेकिन मेरी एक बहन को शिकायत है कि मुंबई को कोमबडी क्यों कहा गया. अभी के लिए भुजबल ने अपने शब्द वापस ले लिए हैं, लेकिन एनसीपी ने आरोप लगाया है कि झूठे तथ्यों के जरिए बवाल खड़ा करने की कोशिश की जा रही है. यहां तक कहा गया है कि बीजेपी ने उस समय कुछ नहीं बोला जब राज्य के राज्यपाल सावित्रीबाई फुले के बारे में विवादित बयान दे रहे थे.