पुणे पुलिस ने गुरुवार को 300 करोड़ की ड्रग बरामदी मामले के आरोपी ललित पाटिल को पुणे के एक सरकारी अस्पताल से भागने में मदद करने के आरोप में दो महिलाओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार महिलाएं अर्चना निकम और प्रदन्या कांबले नासिक की रहने वाली हैं. दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों को 23 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
इसके अलावा साकीनाका पुलिस ने मुंबई से सचिन रावसाहेब को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि सचिन 2 अक्टूबर को ललित पाटिल के अस्पताल से भागने के वक्त उसके साथ था. वहीं, दोनों महिलाओं की कस्टडी मांगते वक्त पुलिस ने कोर्ट को बताया कि जब पाटिल यहां ससून अस्पताल में भर्ती था, तब दोनों महिलाएं उससे मुलाकात करती थीं और उसके भागने का प्लान बनाया.
पुणे पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी ललित पाटिल को पिछले साल गिरफ्तार किया था, लेकिन वह कुछ महीनों से टीबी के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती था. वह अस्पताल से ही अपना ड्रग्स का कारोबार चला रहा था. यहां से वह 2 अक्टूबर को फरार हो गया था.
इसी बीच पुलिस ने साकीनाका पुलिस ने नासिक जिले के एमआईडीसी क्षेत्र में एक फैक्ट्री पर छापामारी कर 300 करोड़ का MD ड्रग्स बरामद किया था. इस मामले में अब तक 16 आरोपियों को गिफ्तार किया गया है. जांच में सामने आया था कि ये फैक्ट्री भी ललित से जुड़ी है. ललित पाटिल को साकीनाका पुलिस ने बेंगलुरु से मंगलवार रात को गिरफ्तार किया. पुलिस ने दावा किया कि जब पाटिल भागने के बाद नासिक पहुंचा तो महिलाओं ने उसे 25 लाख रुपये दिए.
साकीनाका पुलिस ने गुरुवार को बेंगलुरु के चेन्ना सेंड्रा इलाके के एक होटल से सचिन वाघ को गिरफ्तार किया. जब पाटिल को उसी होटल के उसी कमरे से गिरफ्तार किया गया था, तो वाघ वहां नहीं था. उसे बाद में वहां से गिरफ्तार किया गया. सचिन को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा.
उधर, पुणे पुलिस ने बुधवार को शिवाजी शिंदे और रोहित चौधरी से पूछताछ की. दोनों को साकीनाका पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. शिंदे पर आरोप है कि वह कथित तौर पर पाटिल द्वारा चलाई जा रही ड्रग्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में केमिकल की सप्लाई करता था. वहीं, चौधरी उसके साथ काम करता था.
मुंबई पुलिस ने गुरुवार को पुणे अदालत के समक्ष एक प्रोडक्शन वारंट दाखिल किया, जिसमें ललित के भाई भूषण पाटिल और उनके सहयोगी अभिषेक बालकवड़े की हिरासत की मांग की गई. दोनों 300 करोड़ की ड्रग्स के बरामदी के मामले में वांटेड हैं और पुणे में उनकी पुलिस हिरासत शुक्रवार को खत्म हो रही है.
नासिक के पूर्व शिवसेना विधायक योगेश घोलप के मुताबिक, ललित पाटिल कई साल पहले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया और बाद में शिवसेना से जुड़ गया. योगेश घोलप ने दावा किया कि ललित ने उनके लिए प्रचार भी किया. लेकिन उन्हें उसके इस बिजनेस के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. योगेश घोलप अब शिंदे खेमे में हैं.
पाटिल की गिरफ्तारी के बाद सियासी जंग शुरू
पाटिल की गिरफ्तारी के बाद सियासी जंग शुरू हो गई है. उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने ललित पाटिल के एकनाथ शिंदे गुट के करीबी होने के आरोप लगाए हैं. वहीं, कांग्रेस ने भी इन आरोपों को लेकर शिंदे सरकार पर निशाना साधा. उधर, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इन आरोपों के जवाब में कहा कि ललित उद्धव ठाकरे सरकार के समय गिरफ्तार हुआ था. लेकिन उससे तब पूछताछ नहीं की गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.