शिवराज सिंह चौहान पर नया संकट आ गया है. सरकार के लिए अब एक डायरी मुसीबत बन गई है. डायरी में सरकार के दो मंत्रियों के नाम आने से विपक्ष सरकार पर हावी हो गया है और सीएम से इस्तीफे की मांग कर डाली है.
भोपाल में पिछले साल जून में बिल्डर दिलीप सूर्यवंशी और माइनिंग कारोबारी सुधीर शर्मा के यहां पड़े आयकर विभाग के छापे में मिली डायरी में मध्य प्रदेश के दो मंत्री राजेंद्र शुक्ल और लक्ष्मीकांत शर्मा समेत कई अधिकारियों को पैसा देने का जिक्र किया गया है. इसमें 1.30 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की बात कही गई है.
इस पर, बीजेपी नेता राजेंद्र शुक्ल से जब इस बाबत बात की गई तो उन्होंने कहा कि पहले कागज लाओ, उसके बाद जवाब दूंगा. वहीं, प्रदेश सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्र ने इन बातों को बेबुनियाद बताया है और उलटा आरोप लगाया कि चुनाव से पहले कांग्रेस चरित्रहनन की कोशिश कर रही है.
नरोत्तम मिश्र ने कहा कि कांग्रेस मुद्दाविहीन है. सब भी देख रहे हैं और इसलिए जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आयेगा, इस तरह के चरित्र हनन के प्रयास वो करेंगे. मिश्र ने कहा कि दोनों मंत्री इस पर अपना पक्ष रख चुके हैं. दोनों का इससे कोई लेना देना नहीं है.