झारखंड के लातेहार में बीते दिनों किडनैपिंग का एक मामला सुर्खियों में रहा था. पुलिस को शिकायत मिली थी कि जिले की एक नाबालिग लड़की को किसी ने किडनैप कर लिया है. जांच में जुटी पुलिस जब मामले की तह तक पहुंची तो हैरान रह गई.
ये मामला जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र का है. नाबालिग लड़की के अपहरण कांड का खुलासा करते हुए लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि मामला फर्जी पाया गया है. नाबालिक ने अपने परिजनों से तंग आकर सहेली के साथ मिलकर किडनैपिंग का प्लान बनाया था. बालूमाथ से फरार होकर वो रांची में एक व्यक्ति के संरक्षण में रह रही थी.
परिवार ने बालूमाथ थाने में दर्ज कराई थी शिकायत
उन्होंने बताया कि मामला 7 अक्टूबर का है. लड़की के गायब होने पर परिजनों ने बालूमाथ थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी. इसके बाद लातेहार एसपी अंजनी अंजन के निर्देश पर SIT का गठन किया गया. टीम ने टेक्निकल और मुखबिर के इनपुट पर मामले का खुलासा किया. साथ ही नाबालिक को संरक्षण देने वाले व्यक्ति कामेश्वर प्रजापति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
'दसवीं के बाद शादी करवाने की बात करते थे घरवाले'
इसके साथ ही नाबालिक को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया. युवती ने पुलिस को बताया कि परिजन हमेशा उसे डांटते-फटकारते थे. स्कूल जाने से भी मना करते थे. साथ ही दसवीं पास हो जाने के बाद शादी करवाने की भी बात करते थे. इन सभी बातों से परेशान होकर सहेली की मदद से 7 अक्टूबर को बालूमाथ से ऑटो में बैठकर मकईया ताड़ होते हुए रांची चली गई थी.
वहां उसे कामेश्वर ने संरक्षण दिया था. लातेहार एसपी ने बताया कि जांच में किडनैपिंग मामला का मामला पूरी तरह से फर्जी पाया गया है. नाबालिक युवति ने अपने परिजनों से तंग आकर सहेली के साथ मिलकर किडनैपिंग का प्लान बनाया था.