गुरुग्राम पुलिस ने शहर में पिछले दो महीनों से सक्रिय एक टायर चोरी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. चार कॉलेज के छात्रों को रात के समय घरों और होटलों के बाहर खड़ी कारों के टायर और रिम चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि चोरी से मिले रकम से आरोपी क्लबों में खर्च करते थे.
चोरी का तरीका और वाहन
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने जांच में बताया कि वे रात में अर्जुन की नीली मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स कार से निकलते और टार्गेटेड वाहन के पास कार खड़ी कर टायर निकालते थे. वाहन को ईंटों पर छोड़कर चोरी किए गए टायर कार में लादकर फरार हो जाते थे. पुलिस ने कहा कि चोरी में इस्तेमाल हुई कार को जल्द ही जब्त किया जाएगा.
चोरी के पीछे क्या थी वजह?
जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी बचपन के दोस्त हैं और सभी पार्टी और क्लबिंग के शौकीन हैं. घर से पैसे न मिलने के कारण उन्होंने चोरी करना शुरू किया. आरोपियों ने 14 मामलों में शामिल होने की बात स्वीकार की है और उन्हें अदालत में पेश कर दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
पुलिस की कार्रवाई और चेतावनी
पुलिस ने पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी है. नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने वाहनों की सुरक्षा पर ध्यान दें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें.
कौन हैं अभियुक्त?
गिरफ्तार छात्रों की पहचान ऋषिकेश (23) सेक्टर 39 झर्सा, चार्टर्ड अकाउंटेंसी छात्र, अर्जुन (22) झज्जर के सिवाना गांव निवासी, बीए (एलएलबी) बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, रोहतक, पियूष राणा (23) पलवल के जोधपुर गांव निवासी, बी कॉम गुरुग्राम विश्वविद्यालय और तुषार कुमार (22) बिहार के मुंगेर निवासी, बी कॉम डीएसडी कॉलेज, गुरुग्राम.