सोनीपत जिले में आयोजित महापंचायत में कई खापों ने भाग लिया और इसमें एक खाप नेता के उस विचार को खारिज कर दिया गया जिसमें कहा गया था कि बलात्कार की घटनाओं पर काबू की खातिर लड़कियों के लिए शादी की उम्र घटाकर 16 साल कर देनी चाहिए.
खाप ने कहा कि वह सुझाव निजी है और इसे निकाय के नजरिए के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. महापंचायत में इस सुझाव का समर्थन नहीं किया गया. एक खाप नेता ने बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर काबू के लिए यह सुझाव दिया था.
नफे सिंह नैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और इसमें कई खापों के नेता शामिल हुए. इनमें सूबे सिंह समैन और संतोष दहिया शामिल हैं. संतोष दहिया एक खाप के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष हैं.
दहिया ने कहा कि महापंचायत में यह फैसला किया गया कि जागरूकता प्रकोष्ठ बनाया जाएगा और हर ऐसे प्रकोष्ठ में तीन से चार लोग होंगे. यह प्रकोष्ठ राज्य के ग्रामीण इलाकों में जागरूकता फैलाएगा.
दहिया ने कहा कि महापंचायत में हरियाणा के कांग्रेस नेता धरमबीर गोयत के बयान की भी निंदा की गयी जिसमें उन्होंने कहा था कि बलात्कार के 90 प्रतिशत मामलों में ‘रजामंदी’ होती है. उन्होंने कहा, ‘हम लोगों ने मांग की कि गोयत को अपने शर्मनाक बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्हें अपने बयान के लिए हर महिला से माफी मांगनी चाहिए.’
सूबे सिंह ने कहा कि सरकारी नौकरियों में जाट समुदाय के लिए आरक्षण के मुद्दे पर महापंचायत 24 सदस्यीय समिति का विस्तार करेगी तथा इसके सदस्यों की संख्या बढ़ायी जाएगी. इस संबंध में फैसला 21 अक्टूबर को जींद में होने वाली बैठक में किया जाएगा.