अमेरिका-कनाडा सीमा को पार करने की कोशिश करते हुए भयंकर ठंड के चलते एक भारतीय परिवार के चार सदस्यों की मौत की खबर सुनने के बाद गुजरात के गांधीनगर जिले में दिंगुचा गांव का एक व्यक्ति और उसका परिवार बहुत परेशान है. उनका कहना है कि वह अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहा है जो हाल ही में कनाडा गए थे.
दरअसल यहां रहने वाले पटेल परिवार का बेटा, उसकी पत्नी और 13 साल की बेटी के साथ 3 साल का बच्चा हालही में कनाडा गया था. परिवार के सदस्यों का कहना है कि जो बच्चों की उम्र और जो मरने वालों की उम्र सामने आई है वो उनके बेटे से मिलती जुलती है. परिवार के सदस्य बलदेव भाई पटेल का कहना है, '10 दिनों पहले मेरा बेटा जगदीश अपने परिवार के साथ कनाडा जाने के लिए निकला था. उसने मुझे फोन कर बताया था की उसे वीजा मिल गया है. मैं अपनी पत्नी वैशाली और बच्चों के साथ कनाडा जा रहा हूं. यही नहीं उसने कहा था की, वो वहां पहुंचने के बाद संपर्क करेगा, लेकिन पिछले चार दिनों से उससे संपर्क नहीं हो पाया है.'
गुजरात पुलिस ने शुरू की जांच
वहीं, इस मामले में गांधीनगर के कलेक्टर का कहना है कि अब तक इस मामले में मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स के जरिए किसी भी तरह का कोई कम्युनिकेशन नहीं किया गया हैं. फिलहाल गुजरात पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है कि आखिरकार जगदीश पटेल और उनका परिवार किस एजेंट के जरिए कनाडा गया था.
इस मामले में गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया ने इस पूरे मामले की जांच सीआईडी क्राइम और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंप दिया है. सीआईडी क्राइम की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि पीड़ितों के पास वैध वीजा नहीं था. बता दें कि अमेरिका-कनाडा सीमा पर अत्यधित ठंड से जान गंवाने वालों में एक नवजात भी शामिल था.