देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य के साथ बीजेपी ने बड़ा अभियान छेड़ दिया है. पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती (25 सितंबर) से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक 90 दिन का आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान चलाया जाएगा.
इस दौरान स्वदेशी को बढ़ावा देने से लेकर स्थानीय उत्पाद खरीदने तक का संदेश दिया जाएगा. बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि लोकल फॉर वोकल ही भारत की आर्थिक ताकत बनेगा और यही देश को एक्सपोर्ट की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा.
सीआर पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भरता का विज़न देश के सामने रखा है. 25 सितंबर (पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती) से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक यह कार्यक्रम 90 दिन तक चलेगा. पाटिल ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लिए आत्मनिर्भर भारत जरूरी है. उन्होंने अपील की कि देशवासी देश में बनी चीजें खरीदें और दुकानदार स्वदेशी का बोर्ड लगाएं. यह आंदोलन स्वदेशी अभियान को जन-जन से जोड़ने का प्रयास है.
रिफॉर्म्स और एक्सपोर्ट की बड़ी छलांग
उन्होंने बताया कि यूपीए सरकार के समय जहां 1500 करोड़ रुपये के फोन एक्सपोर्ट होते थे, वहीं आज 2 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन निर्यात हो रहे हैं. वंदे भारत ट्रेन के बाद अब पहली बार सूरत से भुवनेश्वर तक अमृत भारत ट्रेन शुरू होने जा रही है.
घर-घर जाकर स्वदेशी का स्टिकर
पाटिल ने कहा कि कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्वदेशी का स्टिकर लगाएंगे और अलग-अलग प्रतियोगिताओं के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. 500 से ज्यादा स्वदेशी संकल्प रथ भी रवाना होंगे. सूरत के टेक्सटाइल व्यापारियों ने स्वदेशी घड़ी का इस्तेमाल शुरू किया है.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बोले, भारत अब इंपोर्टर
सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि पंडित दीनदयाल से लेकर अटलजी की जयंती तक आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान चलेगा. प्रधानमंत्री मोदी हमेशा मेक इन इंडिया के हिमायती रहे हैं और उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था ने लंबी छलांग लगाई है. अब भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में सभी का योगदान जरूरी है.
पटेल ने कहा कि मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया के प्रयास से भारत अब इम्पोर्टर से बड़ा एक्सपोर्टर बन गया है. देश के एक्सपोर्ट में गुजरात का 27 प्रतिशत योगदान है. देश में बनी चीजों की बिक्री से रोजगार भी बढ़ेगा और स्वदेशी का महत्व बढ़ेगा.
सीएम ने कहा कि स्थानिक उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ानी होगी. खादी की बिक्री 1.70 लाख रुपये तक पहुंची है और भारत में बने खिलौने अब 153 देशों में जा रहे हैं. विकसित भारत की यात्रा में डिजिटल इंडिया अहम है. भारत सेमीकंडक्टर, स्पेस, बायोएनर्जी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में अग्रिम श्रेणी में खड़ा है.