कोरोना वायरस भारत ही नहीं पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है. भारत में रोज़ाना तेज रफ्तार से बढ़ रहे मामलों को कोरोना की तीसरी लहर भी कहा जा रहा है. साथ ही, इसकी सबसे बड़ी वजह ओमिक्रॉन को ही बताया गया है.
द इंस्टिट्यूट ऑफ़ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज़ (ILBS) ने एक शोध किया है, जिसमें दिल्ली में ओमिक्रॉन (B1.1.529) के शुरुआती कम्युनिटी ट्रांसमिशन के सुबूत मिले हैं.
ILBS द्वारा किए गए इस शोध में 264 मामलों को शामिल किया गया था. शोध से पता चलता है कि इनमें से 68.9% यानी 182 मामले डेल्टा वैरिएंट के पाए गए, जबकि 31.06% यानी 82 मामले ओमिक्रॉन के थे. ओमिक्रॉन के ज़्यादातर मामले एसिंम्पोमैटिक (n=50,61%) थे और इन्हें अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं थी.
Visuals of ILBS genome sequencing lab, library where the study over Omicron transmission was conducted: pic.twitter.com/ggdYIf1m1m
— ANI (@ANI) January 15, 2022
25 नवंबर से 23 दिसंबर 2021 के बीच किया गया था शोध
इनमें से 87.8% मामले यानी कुल 72 केस पूरी तरह से वैक्सिनेटेड थे. 39.1% मामले (n=32) ऐसे थे जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री थी या संक्रमितों के साथ संपर्क था. जबकि 60.9 (n=50) प्रतिशत मामलों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन देखा गया था. शोध में यह भी पता चला कि कम्यूनिटी में ओमिक्रॉन के मामलों में रोज़ाना 1.8% से 54% की तीव्र वृद्धि देखी गई है.
इस शोध को 25 नवंबर से 23 दिसंबर 2021 के बीच किया गया था, जिसके तहत सभी आरटी-पीसीआर पॉज़िटिव मामलों के श्वसन नमूनों को दिल्ली के पांच जिलों से इकट्ठा किया गया था और उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई थी. इन सभी नमूनों की पूरी डेमोग्रीफिक्स और क्लीनिकल डिटेल रिकॉर्ड किए गए थे.
जनवरी में बेहद तेज़ी से बढ़े मामले
दिल्ली में कोरोना के मामले जनवरी में काफी तेजी से बढ़े हैं. 1 जनवरी को दिल्ली में 2796 केस आए थे, जबकि 2 जनवरी की रिपोर्ट में 3194 केस सामने आए. 3 जनवरी को 4099, 4 जनवरी को 5481, 5 जनवरी 10,665, 6 जनवरी को 15097, 7 जनवरी को 17335, 8 जनवरी को 20181, 9 जनवरी को 22751 और 10 जनवरी को यह आंकड़ा 19166 तक पहुंच गया है. वहीं, 11 जनवरी को 21,259 नए केस सामने आए.
आपको बता दें कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों में, कोरोना के 24,383 नए मामले सामने आए हैं. साथ ही एक दिन में ही कोरोना से 34 मौतों की पुष्टि हुई है. इन नए आंकड़ों से दिल्ली का पॉजिटिविटी रेट 30.64% हो गया है. वहीं, 26,236 लोग रिकवर भी हुए हैं और सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 92,273 हो गई है.