दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बताया कि एक 37 वर्षीय व्यक्ति को अपनी पूर्व कर्मचारी की तस्वीर का इस्तेमाल करके एक फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाने और उसे ऑनलाइन परेशान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एक एजेंसी के मुताबिक महिला ने आरोपी से बकाया वेतन की मांग की थी, जिसके बाद उसने उसे ऑनलाइन परेशान और बदनाम किया.
मानेसर से की गई गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि बिहार के मधुबनी निवासी मोहम्मद साहिद को हरियाणा के मानेसर से गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से अपराध में इस्तेमाल किया गया एक स्मार्टफोन भी बरामद किया गया है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) अमित गोयल ने कहा, "23 सितंबर को एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उसकी तस्वीर को डिस्प्ले पिक्चर के रूप में इस्तेमाल करके एक फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाई है. इस प्रोफाइल का इस्तेमाल अश्लील और अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने व उसकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के इरादे से उसके दोस्तों एवं फॉलोअर्स को फॉलो करने के अनुरोध भेजने के लिए किया गया था."
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महिला की शिकायत के बाद बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. जांच के दौरान पुलिस ने फर्जी अकाउंट के डिजिटल फुटप्रिंट का एनालिसिस किया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जानकारी मांगी. जांच से पता चला कि यह अकाउंट हरियाणा के आईएमटी मानेसर इलाके से संचालित हो रहा था.
पुलिस ने बताया कि टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए मानेसर इलाके में कई छापे मारे और 27 अक्टूबर को उसे गिरफ्तार कर लिया. डीसीपी ने कहा, "पूछताछ के दौरान, साहिद ने अपना अपराध कबूल कर लिया है. उसने बताया कि पीड़िता उसकी पूर्व कर्मचारी थी, जिसने उसका बकाया वेतन मांगा था. इससे नाराज़ होकर उसने उसकी पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल करके एक फर्जी 'इंस्टाग्राम' प्रोफाइल बनाया और उसे बदनाम करने के लिए अश्लील सामग्री अपलोड कर दी."
12वीं तक पढ़ा है आरोपी
पुलिस ने बताया कि उसके पास से बरामद स्मार्टफोन पर फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट सक्रिय पाया गया. साहिद इंटरमीडिएट तक शिक्षित है और मानेसर की एक छोटी फैक्ट्री में काम करता है. पुलिस ने बताया कि उसके डिजिटल उपकरणों की जांच की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि क्या वह इसी तरह के अपराधों में शामिल था.