दिल्ली के गोविंदपुरी क्षेत्र में एक युवक की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है, जिसने स्थानीय लोगों के साथ पुलिस को भी हिलाकर रख दिया है. 27 वर्षीय विकास मावी 6 दिसंबर की रात अचानक लापता हो गया था. दो दिन बाद, 8 दिसंबर को परिजनों ने गोविंदपुरी थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. पुलिस ने जांच शुरू की तो मामला हत्या का निकला.
जांच टीम को पता चला कि 6 और 7 दिसंबर की रात विकास को तुगलकाबाद गांव में विशाल राय के साथ देखा गया था. संदेह के आधार पर विशाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि रात में विकास का तीन लोगों के साथ झगड़ा हो गया था और मारपीट के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद पुलिस ने विशाल राय, प्रवीण और केशव बिधूड़ी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अन्य आरोपी राहुल बिधूड़ी फरार है. पुलिस के अनुसार, राहुल और केशव ने मिलकर घटना संबंधी सीसीटीवी डीवीआर तोड़कर सबूत नष्ट करने की कोशिश की थी.
घटनाक्रम के मुताबिक, विकास 6 दिसंबर को एक शादी समारोह में शामिल होने गया था. वहीं केशव बिधूड़ी के ऑफिस में कुछ लोग शराब पी रहे थे. इसी दौरान किसी पुरानी बात को लेकर विकास का झगड़ा हो गया. आरोप है कि विवाद बढ़ने पर विकास के सिर पर बोतल मारी गई और उसके बाद पैर से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई.
हत्या के बाद आरोपियों ने शव को कार में डाला और देर रात तक विभिन्न इलाकों में घूमते रहे. बाद में शव को सूरजकुंड, फरीदाबाद के निकट मंगूर चौकी इलाके के जंगल में फेंक दिया. पुलिस ने वहीं से विकास का शव बरामद किया. थोड़ी दूरी पर उसकी कार भी मिली, जिसे आरोपियों ने मौके से छोड़ दिया था.
पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि मामले में शामिल दो आरोपी स्थानीय प्रभावशाली परिवार से जुड़े बताए जाते हैं. हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जांच निष्पक्ष तरीके से चल रही है और किसी भी व्यक्ति को बचाने या फंसाने का प्रयास नहीं किया जाएगा.
फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस आरोपी राहुल की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. यह मामला सिटी क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है, जो हत्या, सबूत मिटाने और षड्यंत्र के सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है.