दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिा को याद किया. उन्होंने कहा कि अगले साल का बजट मनीष सिसोदिया विधानसभा में पेश करेंगे. सिसोदिया की गैरमौजूदगी में वित्त विभाग की मंत्री आतिशी ने बजट पेश किया है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह बजट बहुत अच्छा है और इसमें समाज के सभी वर्ग का ध्यान रखा गया है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "साल 2014-15 में इस देश में दो घटनाएं घटी. 2014 में देश के लोगों ने केंद्र में मोदी जी और बीजेपी को भारी बहुमत देकर सरकार बनाई. फरवरी 2015 में आधे राज्य दिल्ली में 70 में से 67 सेट देकर एक नई पार्टी यानी आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई. एक केंद्र में सरकार बनी और एक दिल्ली में सरकार बनी दोनों ही भारी बहुमत से सरकारें बनी.
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'तुम समन भेजो, हम स्कूल बनाएंगे'
सीएम ने अपने एक एक्स पोस्ट में कहा, "तुम जीतने समन भेजोगे, मैं उतने स्कूल बनाऊंगा. तुम अपना धर्म निभाओ, मैं अपना धर्म निभाऊंगा. आज विधानसभा में मैंने ऐलान किया कि अभी तक मुझे ED के आठ समन आये हैं. दिल्ली में आठ और नये स्कूल बनाये जाएंगे."
'एक गवर्नेंस का मॉडल है, जो विनाश का मॉडल'
सीएम केजरीवाल ने कहा, "जब जनता भारी बहुमत से सरकार बनती है तो उन्हें बहुत उम्मीदें होती हैं. इन दोनों सरकारों ने पिछले 10 साल में दो किस्म के शासनकाल के मॉडल रखे हैं. यह दोनों मॉडल ऐसे हैं जो चुनाव जीतने की गारंटी देते हैं. एक गवर्नेंस का मॉडल है, विकास का मॉडल और एक गवर्नेंस का मॉडल है, जो विनाश का मॉडल."
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सीएम ने कहा, "जब 2015 में सरकार बनी तो हमारे पास कोइ पॉवर नहीं थी, लेकिन लड़कर सारे काम कराए. यह आम आदमी पार्टी का विकास का मॉडल था, इसके बाद सारे चुनाव भारी बहुमत से जीते. इस बार जो बजट पेश हुआ है इसके बाद जनता कह रही है कि लोकसभा की सातों सीट भी हमारी ही आएंगी."
केजरीवाल ने कहा, "2014 में बीजेपी को भारी बहुत मिला, इसके बाद उन्होंने देश के सामने विनाश का मॉडल रखा. इस विनाश के मॉडल के दो हिस्से हैं. एक हिस्सा - सारी विपक्षी पार्टियों को कुचल दो. कोई बचेगा ही नहीं तो चुनाव किसके बीच में होगा. दूसरा हिस्सा - कहीं देश में विपक्ष की कोई सरकार अच्छा काम कर रही हो, तो उनके काम को रोको."
'इलेक्टोरल बॉन्ड पर एससी में कुछ नहीं बता पाए'
केजरीवाल ने कहा, "आज इन लोगों के पास पैसे की कोई कमी नहीं है पता नहीं कितना पैसा कमा रखा है. सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड के बारे में पूछा तो यह बता ही नहीं रहे हैं. न जाने दो नंबर में कितना पैसा है. ये 100 करोड़ रुपए में पूरे देश भर में विधायक खरीद रहे हैं. इन्होंने उत्तराखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश की सरकार गिरा दी और अब हिमाचल प्रदेश की सरकार गिराने जा रहे हैं. इन्होंने एक-एक करके पार्टियां तोड़ दी है