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छत्तीसगढ़ में कोयला खदान को लेकर जबरदस्त बवाल, ग्रामीणों और पुलिस में भिड़ंत… कई घंटे तक चला हंगामा

एक तरफ़ कोयले की कमाई, दूसरी तरफ़ विरोध की लपटें - सरगुजा के लखनपुर में आज सुबह हालात ऐसे बने कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच खुली टकराहट हो गई. इस झड़प में करीब 40 पुलिसवाले घायल हो गए.

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ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई (Photo: ITG/ Sumit Singh)
ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई (Photo: ITG/ Sumit Singh)

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक बार फिर अमेरा कोल एक्सटेंशन खदान सुर्खियों में आ गई है. बुधवार की सुबह जैसे ही लखनपुर के परसोडी कला गांव के लोगों को खदान के विस्तार की खबर मिली, सैकड़ों ग्रामीण गुस्से में खदान गेट की ओर निकल पड़े. 

उनका कहना है कि कंपनी बिना उनकी सहमति के और बिना जमीन अधिग्रहण की निर्धारित प्रक्रिया पूरी किए विस्तार कर रही है. लोगों को डर है कि इससे उनकी खेती, पानी के स्रोत और घरों पर सीधा असर पड़ेगा.

थोड़ी ही देर में माहौल बिगड़ गया. भीड़ ने लाठी-डंडे, कुल्हाड़ी और गुलेल लेकर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. झड़प में करीब 40 पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि कुछ ग्रामीणों को भी चोटें आईं. 

हालात नियंत्रण से बाहर जाते देख पुलिस ने अतिरिक्त बल बुलाया. ADM समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति संभालने में जुट गए. खबर है कि अगर हालात फिर बिगड़े, तो भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं.

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ग्रामीण साफ कह रहे हैं कि जब तक उचित मुआवजा और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक खदान का विस्तार नहीं होने देंगे. उनका आरोप है कि खदान बढ़ने से आसपास की जमीनें धंस सकती हैं और प्रदूषण भी बढ़ेगा. दूसरी ओर, खदान प्रबंधन की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

पुलिस का कहना है कि विरोध करना सबका अधिकार है, लेकिन कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और भरोसा दिया है कि ग्रामीणों की हर शिकायत ऊपर तक पहुंचाई जाएगी.

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