छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बुधवार-गुरुवार की रात एक फार्महाउस के भीतर तीन युवकों के संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए जाने से पूरे शहर में हड़कंप मच गया है. मृतकों में स्क्रैप डीलर अशरफ मेमन, डेयरी व्यवसायी सुरेश साहू और दुर्ग निवासी नीतिश कुमार शामिल हैं. घटना को लेकर तंत्र-मंत्र अनुष्ठान से मौत और सुनियोजित हत्या के दो अलग-अलग संदेह उभरकर सामने आए हैं.
तंत्र-मंत्र या हत्या ?
घटना तब सामने आई जब रात करीब 10 बजे तीनों को एक निजी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अस्पताल की ओर से मिले मेमो के अनुसार जहर दिए जाने की आशंका जताई गई है. सिटी एसपी भूषण एक्का ने बताया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र में शिकायत दर्ज कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा.
चार लोगों से पुलिस कर रही पूछताछ
घटना स्थल पर मौजूद चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनमें एक व्यक्ति तांत्रिक और अन्य उसके सहयोगी बताए जा रहे हैं. ये सभी बिलासपुर जिले के निवासी हैं. शुरुआती जानकारी के अनुसार, फार्महाउस में रुपए बढ़ाने, तांत्रिक अनुष्ठान या गड़ा खजाना निकालने जैसा कोई अनुष्ठान चल रहा था. घटनास्थल पर मिले कुछ संकेतों जैसे एक मृतक के मुंह में फंसा नींबू और गले में रस्सी के निशान ने संदेह और गहरा कर दिया है.
मृतक के भाई ने क्या बताया ?
मृतक अशरफ मेमन के भाई इमरान मेमन ने बताया कि अशरफ बुधवार शाम करीब 4 बजे अपने परिचित भागवत के साथ खुदरी गांव स्थित फार्महाउस गया था. उसके बुलावे पर उसका बेटा और तीन अन्य लोग भी पीछे-पीछे पहुंचे, लेकिन अशरफ ने उन्हें बाहर रोक दिया था. रात 10 बजे तक जब अंदर से कोई सूचना नहीं मिली तो अशरफ का बेटा कमरे में गया, जहां उसने तीनों को बेहोशी की हालत में फर्श पर पड़े देखा और चार अन्य लोगों को पास बैठा पाया. सभी को अस्पताल ले जाया गया लेकिन तीनों की मौत हो चुकी थी.