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रिहाई पर विवाद के बाद क्या आनंद मोहन करेंगे बेटे की सीक्रेट शादी? वैन्यू को लेकर सस्पेंस

आईएएस जी कृष्णैया हत्याकांड में जेल से रिहाई मिलने के बाद बाहुबली आनंद मोहन लाइमलाइट से दूर हैं. वे मीडिया से बात करने से भी बच रहे हैं. इस बीच खबर आई है कि अब उनके बेटे की शादी देहरादून की जगह राजस्थान में हो सकती है. वैन्यू को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. तीन मई को उनके बेटे चेतन आनंद की शादी होनी है.

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आनंद मोहन के बेटे की 3 मई को होगी शादी
आनंद मोहन के बेटे की 3 मई को होगी शादी

आईएएस जी कृष्णैया हत्याकांड में बीते 27 अप्रैल को जेल से रिहा होने के बाद बाहुबली आनंद मोहन खुद को और परिवार को किसी भी तरह की लाइमलाइट से दूर रख रहे हैं. अपनी रिहाई के बाद देशव्यापी बहस के बीच आनंद मोहन मीडिया से बात नहीं कर रहे हैं और न ही कोई सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आनंद मोहन के बड़े बेटे चेतन आनंद की शादी 3 मई को होनी है, इसको लेकर काफी चर्चा और सस्पेंस है. आजतक की टीम देहरादून में जब आनंद मोहन के आवास पर पहुंची तो पाया कि वहां मरम्मत का काम चल रहा है.

हालांकि, ऑफ-कैमरा बोलते हुए उनके प्रतिनिधि ने कहा कि मीडिया द्वारा बहुत अधिक पीछा करने के कारण अब शादी राजस्थान में हो सकती है. आनंद मोहन 13 अप्रैल को पत्नी लवली आनंद, बेटी सुरभि और छोटे बेटे अंशुमन मोहन के साथ उत्तराखंड आए थे.

छोटे बेटे ने की सीएम धामी से मुलाकात

सीएम पुष्कर सिंह धामी, हरीश रावत और भगत सिंह कोश्यारी समेत उत्तराखंड के कुछ नेताओं से मुलाकात की तस्वीरें भी मोहन के छोटे बेटे अंशुमन ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर की हैं.

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आनंद मोहन ने अपने परिवार के साथ 3 मई को बेटे चेतन आनंद की शादी के लिए स्थान तय करने के लिए कुछ जगहों का दौरा किया है. सूत्रों का कहना है कि आनंद मोहन अभी भी पटना में हैं और 30 मई को राजस्थान जाएंगे.

आनंद मोहन के कर्मचारी ने भी कहा, उन्हें 28 तारीख को देहरादून आना था, लेकिन उन्होंने अपनी योजना स्थगित कर दी और अभी तक उनसे नई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है.

बता दें कि बिहार सरकार द्वारा जेल मैनुअल में संशोधन के बाद 1994 में आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया हत्याकांड के दोषी आनंद मोहन को जेल से रिहा कर दिया था.

बिहार सरकार के फैसले पर विवाद

बिहार के सीएम नीतीश कुमार के इस कदम के खिलाफ तत्कालीन कलेक्टर के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. वहीं आनंद मोहन और उनके परिवार ने बिहार सरकार के फैसले का स्वागत किया है. आनंद मोहन ने रिहाई के बाद कहा था कि उन्होंने कलेक्टर की हत्या नहीं की थी और उन्होंने कोर्ट के फैसले का सम्मान किया.

 

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