उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के एक्स पोस्ट का बताकर एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. कुछ लोगों की मानें तो योगी ने इस पोस्ट के जरिये बीएन राव को भारत का संविधान निर्माता बता दिया.
दरअसल इस कथित पोस्ट में लिखा है, “भारतवासियों को बीएन राव साहब जी के द्वारा निर्मित संविधान पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए.” इसे यूपी सीएम का असली एक्स पोस्ट बताकर फेसबुक और इंस्टाग्राम कुछ लोग लिख रहे हैं - “योगी जी ने एकदम सही बात कही हैं. #संविधान_निर्माता_BN_राव”
ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
बीएन राव ने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. वो औपचारिक रूप से डॉ. आंबेडकर की अध्यक्षता में सात विशेषज्ञों की कोर ड्राफ्टिंग कमेटी के संवैधानिक सलाहकार थे. दरअसल इसी साल मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की ग्वालियर बेंच में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा को लेकर भारी विवाद हुआ था. जहां एक गुट इसके पक्ष में था तो वहीं एक विरोध में. इसके बाद शहर की सड़कों पर बीएन राव को संविधान का प्रमुख शिल्पकार बताते हुए होर्डिंग्स लगाई गईं. इसके बाद एक नई बहस छिड़ गई कि संविधान निर्माण में डॉ. आंबेडकर के अलावा बाकी लोगों की भूमिका को कम करके बताया गया है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि पोस्ट फर्जी है और एडिट करके बनाया गया है. असली एक्स पोस्ट में योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को संविधान निर्माता कहा था.
कैसे पता की सच्चाई?
अगर योगी आदित्यनाथ ने वाकई ऐसा कोई पोस्ट किया होता तो इसपर खबरें जरूर छपी होतीं लेकिन हमें ऐसी कोई पुख्ता न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें योगी के ऐसे किसी पोस्ट का जिक्र हो. योगी के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी हमें वायरल स्क्रीनशॉट जैसा कोई पोस्ट नहीं मिला.
इसके अलावा वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट का फॉन्ट और स्टाइल भी असली एक्स पोस्ट से मेल नहीं खाता है. इससे ऐसा लगता है कि इसे एडिट करके बनाया गया है.
यूपी सीएम के एक्स अकाउंट पर हमें 26 नवंबर, 2025 का एक पोस्ट मिला जिसमें लिखा कैप्शन वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट से मिलता-जुलता है. लेकिन दिलचस्प बात ये है कि यहां उन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर को संविधान निर्माता बताया था न कि बीएन राव को. इस पोस्ट में लिखा है, “भारत वासियों को 'भारत रत्न' बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के द्वारा निर्मित संविधान पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए.”
पोस्ट के साथ योगी के भाषण की भी एक क्लिप है जिसमें वो संविधान का महत्व बताते हुए यही कह रहे हैं कि भारत के लोगों को डॉ. आंबेडकर के द्वारा निर्मित संविधान पर गर्व करना चाहिए. उन्होंने ये भाषण संविधान दिवस के मौके पर 26 नवंबर को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया था.
यानी साफ है कि योगी आदित्यनाथ के इसी पोस्ट को एडिट करके डॉ. आंबेडकर के नाम की जगह बीएन राव का नाम लिख दिया गया जिससे सोशल मीडिया पर भ्रम फैल रहा है.
रिपोर्ट: अभिषेक पाठक