बांग्लादेश में बदले राजनीतिक हालात के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं. ऐसे ही एक वीडियो को शेयर कर बांग्लादेश और भारत की मीडिया पर तंज कसा जा रहा है. वायरल वीडियो में बांग्ला में बोल रहे एक पत्रकार के साथ कुछ नकाबपोश लोग बदसलूकी करते दिखाई देते हैं. इसे शेयर करने वालों की मानें तो ये वीडियो बांग्लादेश है जहां प्रदर्शनकारी अब पत्रकारों को भी नहीं बख्श रहे हैं.
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने फेसबुक पर लिखा, “भारत के जो लिब्रांडू पत्रकार बांग्लादेश के हालात पर ख़ुशी मना रहे हैं, उन्हें ज़रा शर्म आनी चाहिए! ख़ासकर रवीश कुमार जैसों को. देखिए, बांग्लादेश में मीडिया वालों के साथ क्या बर्बर सुलूक हो रहा है. आखिरकार, यह सब देखकर आप लोग कैसे खुशी मना सकते हैं?”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो का न बांग्लादेश का है और न ही हाल-फिलहाल का है. ये वीडियो न्यूयॉर्क का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये ‘द बिजनेस स्टैन्डर्ड’ पर 2 जून 2020 को छपी एक न्यूज रिपोर्ट मिला. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट्स भी मौजूद हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के ‘समय टेलिविजन’ के संवाददाता हसानुज्जमन साकी के साथ 1 जून 2020 को न्यूयॉर्क में प्रदर्शनकारियों ने बदसलूकी की थी. ये घटना तब हुई जब वे अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के खिलाफ टाइम्स स्क्वायर पर चल रहे प्रदर्शन को कवर कर रहे थे. इसी दौरान कुछ नकाबपोश प्रदर्शनकारियों ने उन पर हमला कर दिया था.
इस जानकारी की मदद से और खोजने पर हमें एक और रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया है कि इस दौरान उनके कैमरामैन पर भी हमला किया गया और उनका कैमरा छीनने की कोशिश भी की गई थी.
हमें यूट्यूब पर 2 जून, 2020 को पोस्ट की गई ‘समय टीवी’ की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली जिसमें पत्रकार साकी अपनी आपबीती सुनाते हैं कि उनके साथ इस दौरान क्या और कैसे हुआ.
साफ है, साल 2020 में न्यूयॉर्क में बांग्लादेशी पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी को बांग्लादेश के हालिया राजनीतिक संकट से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.