scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: मुस्लिम शख्स की दाढ़ी खींचकर उसे पीटते आदमी का ये वीडियो भारत का नहीं है

किसी मुस्लिम शख्स की दाढ़ी पकड़ कर खींचते आदमी की तस्वीरें ​​​​​​​इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी वायरल हैं. इन तस्वीरों को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह घटना भारत में हुई है. आज तक ने अपने फैक्ट चेक में इसकी सच्चाई बताई है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये तस्वीर भारत की है, जहां एक हिन्दू शख्स ने एक मुस्लिम व्यक्ति की दाढ़ी पकड़ कर खींची और उसके साथ मारपीट की.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये फोटो बांग्लादेश के मानिकगंज जिले की है, जहां एक मुस्लिम आदमी ने एक अन्य मुसलमान शख्स के साथ मारपीट की थी.

किसी मुस्लिम शख्स की दाढ़ी पकड़ कर खींचते आदमी की तस्वीरें इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी वायरल हैं. एक तस्वीर में ये आदमी, सफेद टोपी और लंबी दाढ़ी वाले शख्स की दाढ़ी पकड़े हुए है. वहीं, दूसरी फोटो में कुछ लोग मुस्लिम शख्स को बचाने और इस आदमी को रोकने की कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं. लोगों की मानें तो ये घटना भारत की है, जहां एक हिन्दू आदमी ने इस मुसलमान शख्स को पीटा.  

फेसबुक पर ये तस्वीरें शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “यह सोच कर आए हो तुम तख्तनशीं बनकर हिंदू को मुसलमान से हर रोज लड़ाना है. लोग जिस हाल में मरने की दुआ करते हैं हमने भी उस हाल में जीने की कसम खाई है. एक व्यक्ति आया और अचानक से मुस्लिम व्यक्ति की दाढ़ी पकड़ कर मारने लगा. नफरत समाज में किस कदर जहर बन चुकी है वो अब हर कदम पर दिखने लगी है. मुस्लिम पहचान मुसलमानों की प्रताड़ना के लिए काफी है. वो अपनी दाढ़ी टोपी और पहचान की वजह से कभी भी नफरत या मोब लिंच का शिकार हो सकता है. सबसे अफसोस कि बात तो ये है कि इस नफरत को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है!” इस पोस्ट में “#india” भी लगा हुआ है.  

Advertisement

साथ ही, कई लोग इस आरोपी की गिरफ्तारी की मांग भी कर रहे हैं. 

Fact Check 2nd

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये बांग्लादेश में हुई घटना की तस्वीरें हैं, जहां एक मुस्लिम आदमी ने एक अन्य मुसलमान शख्स के साथ मारपीट की थी. 

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस बारे में छपी एक न्यूज रिपोर्ट मिली. 28 जून की इस खबर के मुताबिक बांग्लादेश के घिओर उपजिले में एक स्थानीय कंप्यूटर दुकान के मालिक पर एक ग्राहक ने हमला कर दिया था. रिपोर्ट में पीड़ित का नाम अली आजम मानिक, और हमलावर का नाम नसीम भुइयां बताया गया है.  

इसके बाद हमें इससे संबंधित और भी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक मानिकगंज जिले के घिओर में पीड़ित अली आजम, ‘मानिक कंप्यूटर’ नाम की एक दुकान चलाता था. नसीम नाम का एक शख्स आए दिन दुकान पर आता था और बिना पैसे दिए अपना काम करा कर चला जाता था. जब अली, नसीम से पैसे देने को कहता तो नसीम दुकान बंद कराने की धमकी देने लगता था. 

इसी कड़ी में 23 जून को नसीम कुछ काम से अली की दुकान पर गया था. लेकिन, अली उस वक्त एक दूसरे ग्राहक के काम में व्यस्त था, जिस वजह से उसने नसीम को कुछ देर इंतजार करने को कहा. इस बात से नाराज नसीम ने अली की दाढ़ी पकड़ कर खींचते हुए उसके साथ मारपीट कर दी. ये देखकर दुकान में मौजूद दूसरे ग्राहकों ने अली को बचाने की कोशिश की. मारपीट के दौरान नसीम ने अली की दुकान पर रखा 15,000 टके का मॉनिटर भी तोड़ दिया था. 

Advertisement

मामले को लेकर अली ने घिओर पुलिस थाने में शिकायत की थी, जिसके बाद 27 जून को पुलिस ने नसीम को गिरफ्तार कर लिया था. 

साफ है, बांग्लादेश में हुई एक घटना को भारत का बताते हुए सांप्रदायिक रंग देकर पेश किया जा रहा है. 

---- समाप्त ----
Live TV

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement