सोशल मीडिया पर एक विचलित कर देने वाला वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है, जिसमें किसी हरे-भरे इलाके में एक आदमी, पेड़ से लटके लंगूर को बुरी तरह बेल्ट और जूते से पीट रहा है.
वीडियो को सांप्रदायिक एंगल देकर लोग लिख रहे हैं कि ये आदमी एक जिहादी है. साथ ही, इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की अपील की जा रही है जिससे ये शख्स पकड़ा जाए.

वीडियो के साथ लोग कैप्शन में लिख रहे हैं, “सच बताओ, सौगंध राम की देते है, कौन कौन इस विडियो को देश भर में फैलाएगा ताकि ये जिहादी दरिंदे को सजा मिले?”.
इस दावे के साथ वीडियो को फेसबुक और एक्स पर तमाम लोग शेयर कर चुके हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना अभी की नहीं बल्कि 2017 की है, जब महाराष्ट्र के वाशिम में पवन बांगर नाम के आदमी ने एक लंगूर को मार डाला था. तब, पवन और उसके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के बारे में सर्च करने पर हमें इससे जुड़ी दिसंबर 2017 की कई खबरें मिलीं. 21 दिसंबर, 2017 की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ये वीडियो महाराष्ट्र के वाशिम जिले की रिसोद तहसील का है.
यहां 16 दिसंबर, 2017 को पवन बांगर नाम के एक 23 साल के आदमी और उसके दो नाबालिग दोस्तों ने एक लंगूर को पकड़ लिया था. ये लंगूर, बांगर के एक खेत में घुस आया था. पवन ने लंगूर को इतना मारा कि उसकी मौत हो गई. लेकिन, कुछ दिन बाद इस घटना का वीडियो वायरल हो गया. सोशल मीडिया पर बवाल होने पर पुलिस ने वन विभाग के साथ मिलकर पवन और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया था.
उस समय 'एनडीटीवी' और 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' ने भी इस बारे में खबरें छापी थीं. इस घटना का एक दूसरा वीडियो भी सामने आया था जिसमें पवन जमीन पर पड़े लंगूर को डंडे से मारता हुआ दिखाई दे रहा है.
सभी खबरों में यही लिखा है कि लंगूर को मारने वाला आदमी पवन बांगर ही था. कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका दो बार खारिज भी की थी.
कुल मिलाकर यहां ये बात स्पष्ट हो जाती है कि सात साल से भी ज्यादा पुरानी घटना को हाल का बताकर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है.