
हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरे पर भारत से आरक्षण खत्म करने को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि देश से भेदभाव खत्म हो जाने के बाद ही आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचा जाएगा. राहुल के बयान पर मचा बवाल अभी थमा नहीं है कि इसी बीच सोशल मीडिया पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल का भी एक बयान खूब वायरल हो रहा है. एक हिंदी अखबार की कटिंग शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस का सबसे बड़ा लक्ष्य देश से आरक्षण को खत्म करना है.
अखबार की इस कटिंग की हेडलाइन में और उसके नीचे लिखा है, "कांग्रेस का सबसे बड़ा लक्ष्य भारत से आरक्षण समाप्त करना है. कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल का बयान." एक फेसबुक यूजर ने वायरल कटिंग को शेयर करते हुए लिखा, "हरिजन गुलामो..काँग्रेस का सबसे बडा लक्ष्य भारत से डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर जी ने दिया हुवा आरक्षण समाप्त करना है." इस कथित अखबार की कटिंग को इन्हीं दावों के साथ एक्स पर भी शेयर किया गया है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये खबर पूरी तरह फर्जी है. के सी वेणुगोपाल ने आरक्षण खत्म करने को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
कैसे पता की सच्चाई?
अगर कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने आरक्षण खत्म करने को लेकर वाकई ऐसा कोई बयान दिया होता, तो ये बहुत बड़ी खबर होती. लेकिन कीवर्ड सर्च करने पर हमें इससे जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली.
आरक्षण से जुड़े के सी वेणुगोपाल के बयानों के बारे में कीवर्ड सर्च करने पर हमें उनके आधिकारिक एक्स अकाउंट पर 20 अगस्त, 2024 का एक ट्वीट मिला. प्रशासनिक सेवाओं में लेटरल एंट्री पर राहुल गांधी के एक ट्वीट को शेयर करते हुए वेणुगोपाल ने लिखा था, "कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे जी और नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी के नेतृत्व में हम अपने संविधान और आरक्षण के सबसे कट्टर संरक्षक होंगे. एससी, एसटी, ओबीसी के प्रतिनिधित्व और मौलिक अधिकारों को कमजोर करने की किसी कोशिश की अनुमति नहीं दी जाएगी."
इसके अलावा जब सितंबर 2023 में राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल लाया गया था, तब कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल ने जातिगत जनगणना और ओबीसी महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग भी की थी. 'द हिंदू' में छपी एक रिपोर्ट में इस खबर को देखा जा सकता है. इन चीजों से एक बात तो लगभग साफ हो जाती है कि के सी वेणुगोपाल ने हाल-फिलहाल में आरक्षण विरोधी कोई बयान नहीं दिया है. न ही उन्होंने ये कहा है कि कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य आरक्षण को खत्म करना है.
इस बारे में और जानकारी के लिए हमने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत से संपर्क किया. सुप्रिया श्रीनेत ने आजतक से बातचीत में कहा, "संगठन के महासचिव वेनुगोपाल जी ने ऐसी बात कभी नहीं की है. मैं इसका पूरी तरह खंडन करती हूँ. यह सरासर झूठ और भ्रम फैलाने की कोशिश है. कांग्रेस पार्टी, हमारे अध्यक्ष और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने तो आरक्षण की 50% सीमा को समाप्त करने का वादा किया है. कांग्रेस दलितों आदिवसियों और पिछड़ों के हक़ की लड़ाई पूरी मुस्तैदी से लड़ेगी और आरएसएस-बीजेपी की आरक्षण विरोधी सोच को हर बार हरायेगी."
वायरल न्यूजकटिंग में अखबार का नाम "आपकी आवाज" लिखा हुआ है. मगर खोजने पर हमें इस नाम का कोई हिंदी अखबार नहीं मिला.
साफ है, के सी वेणुगोपाल के नाम पर वायरल हो रहे आरक्षण विरोधी बयान में कोई सच्चाई नहीं है.