टूजी स्पेक्ट्रम मामले में बरी होने से पहले द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की सांसद कनिमोझी को ट्रायल का सामना करना पड़ा. उन्हें जेल में भी रहना पड़ा. कनिमोझी ने कहा कि इन सब चीजों के बावजूद उन्हें इस दौरान जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिला.
टूजी मामले के दौरान जारी हंगामे को झेलना उनके लिए आसान नहीं था, कनिमोझी ने कहा कि इससे काफी कुछ सीखने को मिला. उन्होंने बताया, "मेरे पिता (एम करुणानिधि) को महाभारत बहुत प्रिय था. क्योंकि इसमें कोई पूर्ण व्यक्ति नहीं था. जीवन सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट नहीं होता है. भिन्न भिन्न किस्म के लोग मिलते हैं. यही जीवन को सुंदर बनाता है."
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2021 में बातचीत के दौरान टूजी मामले पर कनिमोझी ने कहा, 'इस ट्रायल से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला. जीवन सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट नहीं होता है. यह कई रंग लेकर आता है और इससे जिंदगी खूबसूरत बनती है. जीवन में कई चुनौतियां आती हैं. यह आपको लोगों और उन लोगों के बारे में बहुत कुछ सिखाती है जो आपके खिलाफ हैं. हर चीज में अच्छा और बुरा होता है. यह मेरी निजी सीख है."
DMK के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर कनिमोझी ने कहा कि यह आपने धारणा बनाई है. कनिमोझी ने कहा, 'आप भ्रष्टाचार के बारे में बात कर सकते हैं क्योंकि आप जानते हैं कि यह एक धारणा है. हमने मामले (2जी) का सामना किया और हम (सभी आरोपों से बरी) बाहर हैं. जब लोग दोषी पाए जाते हैं तो कोई भी भ्रष्टाचार के बारे में बात नहीं करता है. मैं इस कन्फ्लिक्ट के बारे में समझ नहीं पाती. जब डॉ. कलाईगनार (करुणानिधि) पर आरोप लगे तो उन्होंने आयोग के पास जाकर कहा कि जो लोग उन पर आरोप लगा रहे हैं, उनसे उनके खिलाफ सबूत पेश करने को कहें. हम इसका सामना करने के लिए तैयार थे. लेकिन जिन लोगों ने उन पर आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि उनके पास कोई सबूत नहीं है.'
DMK MP Kanimozhi Karunanidhi (@KanimozhiDMK ) shares her views on discrimination against women in politics.#ConclaveSouth21
— IndiaToday (@IndiaToday) March 12, 2021
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कनिमोझी ने कहा कि जब 2जी मामले की बात आती है, तो यह भी एक धारणा थी. हम लड़े और हमने एक दिन भी केस में देरी नहीं की. हमने कभी नहीं कहा कि हम इसे रोकना चाहते हैं. हम कोर्ट गए, हमने आरोपों का सामना किया, हर दिन ट्रायल कोर्ट गए. हम बाहर हैं! क्या आप अब भी इसे भ्रष्टाचार कहना चाहते हैं? यह अनुचित है. हमें दोषी नहीं ठहराया गया. हमारा निष्पक्ष ट्रायल हुआ और हम बरी हो गए.