माना जा रहा है कि वह पाटलिपुत्र सीट पर लालू की बेटी मीसा भारती के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.
2009 में वह चुनाव नहीं लड़े, क्योंकि लालू यादव खुद इस लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे.
रामकृपाल पुराने आरजेडी नेता थे. 2004 लोकसभा चुनाव में पटना सीट पर बीजेपी नेता सीपी ठाकुर को हराकर वह सांसद बने थे.
उधर आरजेडी चीफ लालू यादव ने कहा कि रामकृपाल भस्मासुर है. उन्होंने कहा कि शंकर भगवान ने भस्मासुर को आशीर्वाद दिया था और वह खुद भस्म हो गया था. इसी तरह रामकृपाल भी भस्म हो जाएंगे.
रामकृपाल ने कहा कि वह बीजेपी के जमीनी कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे.
रामकृपाल ने कहा, 'हमारे जैसे पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ जिस तरह का व्यवहार होता था, उससे मैं बहुत दुखी था. हमें लगा कि हमें सामाजिक न्याय के लिए काम करना चाहिए, न कि किसी परिवार के लिए.'
कभी लालू के करीबी रहे रामकृपाल ने कहा कि आरजेडी में पार्टी के अन्य नेताओं की बजाय एक परिवार को तवज्जो दिया जा रहा है.
रामकृपाल बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की उपस्थिति में यहां पार्टी में
शामिल हुए. उन्होंने कहा कि मैं पिछले 35 सालों से राजद का समर्पित
कार्यकर्ता रहा, लेकिन यह कदम उठाने के लिए मुझे बाध्य कर दिया गया.
रामकृपाल के बीजेपी ज्वाइन करने पर आरजेडी मुखिया लालू यादव ने कहा कि वो भस्मासुर हैं. रामकृपाल बिहार में पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती की उम्मीदवारी से नाराज थे.
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बागी नेता रामकृपाल यादव बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए.