पश्चिम बंगाल के चुनावी दंगल में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच आर-पार की जंग चल रही है. शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की. टीएमसी ने मांग की है कि ममता बनर्जी पर हमले वाले मामले में पुख्ता रिपोर्ट जारी की जाए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और सौगत रॉय की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला.
मुलाकात के बाद महुआ मोइत्रा ने कहा कि पोलिंग बूथ के 100 मीटर के अंदर केंद्रीय फोर्स की तैनाती पर फिर से विचार होना चाहिए. इसके अलावा चुनाव आयोग को ममता बनर्जी पर हुए हमले के मामले में विस्तृत रिपोर्ट देनी चाहिए, क्योंकि अभी जो रिपोर्ट आई है वो पूरी नहीं है.
मीटिंग के बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा बोले कि हमने बंगाल की हकीकत के बारे में चुनाव आयोग को अवगत कराया है. टीएमसी पोलिंग बूथ के आस-पास केंद्रीय फोर्स की तैनाती नहीं चाहती है, इससे लोगों में भय का माहौल बन सकता है.
We met EC today & we raised 3 points- the rule under which they are proposing to put only central forces withing 100mtrs of the polling booth, only 5% of VVPAT checking as supposed to 100% & the incident involving CM on Mar 10: TMC MP Mahua Moitra pic.twitter.com/6PAVwdVkdo
— ANI (@ANI) March 19, 2021
यशवंत सिन्हा ने कहा कि चुनाव आयोग से अपील है कि वो बंगाल की जनता को समझे. वहां अधिकतर लोग बंगाली बोलते हैं, ऐसे में ऐसी फोर्स को तैनात किया जाए जो लोगों को समझ सके.
आपको बता दें कि बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर पहले ही सवाल उठ रहे हैं. यही कारण है कि चुनाव आयोग ने प्रदेश में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की है. बंगाल में पोलिंग बूथ के बिल्कुल पास स्थानीय पुलिस की तैनाती नहीं होगी, बल्कि 100 मीटर से अधिक दूरी पर पुलिस को दूसरी लेयर के तौर पर रखा जाना है.