पश्चिम बंगाल के चुनावी दंगल में मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया. दार्जिलिंग में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि अभी केंद्र सरकार का नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन (NRC) लागू करने का कोई प्लान नहीं है. इतना ही नहीं, अमित शाह ने ये भी कहा कि अगर ये लागू भी होती है तो इसका गोरखा समुदाय पर कोई असर नहीं होगा.
यहां चुनावी सभा में अमित शाह ने कहा कि गोरखा समुदाय का एक लंबा इतिहास रहा है, जब भी देशभक्तों की बात होती है तो गोरखाओं का नाम लिया जाता है. अमित शाह ने आरोप लगाया कि टीएमसी, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने देश में गोरखा समुदाय के साथ अन्याय किया.
आपको बता दें कि बंगाल के चुनाव में CAA और NRC एक बड़ा मुद्दा रहा है. तृणमूल कांग्रेस की ओर से लगातार आरोप लगाया गया है कि बीजेपी यहां आकर CAA, NRC लागू करना चाहती है, जो वो नहीं होने देंगे. हालांकि, बीजेपी ने भी अपने मेनिफेस्टो में CAA लागू करने की बात कही है.
दार्जिलिंग से मैं कह कर जाता हूं कि बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद आंदोलन के जितने भी मुकदमें किसी भी गोरखा भाई पर है, सबके सब एक सप्ताह के अंदर वापस लेने का काम भाजपा करेगी।
— BJP (@BJP4India) April 13, 2021
- श्री @AmitShah #BanglayEbarBJPAsche https://t.co/Zk6NafPerb
अमित शाह ने बार-बार यहां भरोसा दिलाया कि अभी तक एनआरसी को लागू करने का फैसला नहीं किया गया है, अगर ये लागू भी होती है तो गोरखाओं को कोई नुकसान नहीं होगा. तृणमूल कांग्रेस की ओर से एनआरसी को लेकर झूठ फैलाया जा रहा है, ताकि गोरखाओं में भ्रम पैदा हो.
अमित शाह ने आरोप लगाया कि कम्युनिस्टों ने 1986 में जो आग लगाई, उसमें 1200 गोरखाओं की जान चली गई. लेकिन ममता दीदी ने कुछ नहीं किया. ममता सरकार ने गोरखाओं पर FIR दर्ज की, लेकिन बीजेपी सरकार सत्ता में आते ही ऐसी FIR को वापस ले लेगी.
अमित शाह ने यहां वादा किया कि सत्ता में आने के बाद जब बीजेपी का सीएम बनेगा, तब गोरखा समुदाय की 11 जातियों को ST में शामिल किया जाएगा. बता दें कि बंगाल में चार चरण का चुनाव हो चुका है और अब पांचवें चरण के लिए 17 अप्रैल को मतदान किया जाना है.