scorecardresearch
 

'मैं खुद विधानसभा चुनाव लड़ूंगा, बहुमत हासिल करके सरकार भी बनाऊंगा', बोले फारूक अब्दुल्ला

शुक्रवार को आजतक ने फारूक अब्दुल्ला से बातचीत की. चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के सवाल पर उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं. ये अच्छी बात है कि आज चुनाव आयोग इसका अनाउंस करने वाला है. हम लोग चुनाव के लिए तैयार हैं.

Advertisement
X
फारूक अब्दुल्ला (फाइल फोटो)
फारूक अब्दुल्ला (फाइल फोटो)

जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज ऐलान हो सकता है. इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वे इस बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. फारूक का कहना था कि मैं लड़ूंगा और जरूर लड़ूंगा. उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी और बहुमत हासिल करेगी.

इससे पहले जून में पूर्व मुख्यमंत्री और फारूक अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला ने ऐलान किया था कि वो विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. उमर बारामूला लोकसभा सीट पर चुनाव लड़े और हार गए थे. उसके बाद उमर ने बयान में कहा था कि मैं केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा में प्रवेश करके खुद को अपमानित नहीं करूंगा. बारामूला सीट से जेल में बंद शेख अब्दुल रशीद उर्फ इंजीनियर रशीद ने चुनाव जीता था. 

हम चुनाव के लिए तैयार हैं...

शुक्रवार को आजतक ने फारूक अब्दुल्ला से बातचीत की. चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के सवाल पर उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं. ये अच्छी बात है कि आज चुनाव आयोग इसका अनाउंस करने वाला है. हम लोग चुनाव के लिए तैयार हैं.

चुनाव पूर्व गठबंधन पर क्या कहा...

नेशनल कॉन्फ्रेंस को विधानसभा चुनाव से क्या उम्मीदें हैं? इस सवाल पर फारूक ने कहा, हम बहुमत से सरकार बनाएंगे. अलायंस के सवाल पर फारूक का कहना था कि ये देखा जाएगा. हम बैठकर तय करेंगे. अभी यह नहीं कह सकते कि हम किसी पार्टी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे या नहीं. हम उस पर चर्चा करेंगे. जम्मू कश्मीर से बहुत अच्छी उम्मीदें हैं. सब सीटों पर लड़ेंगे या नहीं? ये मुझ पर छोड़ दीजिए. 

Advertisement

जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद होने हैं विधानसभा चुनाव

जम्मू कश्मीर में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे. अब केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर, 2023 में चुनाव आयोग को सितंबर, 2024 तक हर हाल में जम्मू-कश्मीर में चुनाव करा लेने के निर्देश दिये थे. जम्मू कश्मीर में 2020 में परिसीमन के बाद जम्मू संभाग में छह सीटें (कुल 43) और कश्मीर संभाग में एक सीट (कुल 47) जोड़ी गई है. इस बार 90 सीटों पर मतदान होगा.

इस बार लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में परिवारवाद के खिलाफ प्रचंड लहर देखने को मिली है. अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर की दो प्रमुख पॉलिटिकल फैमिली के मुखिया को हार का सामना करना पड़ा. आम चुनाव में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को शिकस्त का सामना करना पड़ा है. जनादेश में ये दोनों नेता लाखों वोटों के फासले से हार गए थे.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement