UGC helpline: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते सरकार ने एक बार फिर लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है. ऐसे में देश के करोड़ों स्टूडेंट्स, पैरेंट्स व टीचर्स के मन में नए सत्र व शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर कई उलझनें हैं. इसे देखते हुए यूजीसी ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. मानव संसाधन विकास मंत्री ने सोमवार को ट्विटर पर इसे साझा किया.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर सीधे सवाल पूछे जा सकते हैं. साथ ही एक ई-मेल आईडी भी जारी की गई है. बता दें कि ये दोनों खास तौर पर एकेडेमिक्स से जुड़े सवालों के लिए जारी किए गए हैं.
सोमवार को इस हेल्पलाइन की जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने दी. डॉ निशंक ने इस बारे में अपने ट्वीट में लिखा है, 'यूजीसी ने अब शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े सवालों के लिए समर्पित हेल्पलाइन नंबर और ई-मेल आईडी जारी किया है. स्टूडेंट्स, टीचर्स व संस्थान भी इस हेल्पलाइन पर अपने सवाल पूछ सकते हैं.
देखें ट्वीट-
🛎️Attention everyone!🛎️@ugc_india now has a dedicated email & helpline number to redress academic-related grievances for students, teachers, and institutions, arising due to #COVID19 pandemic.
Have queries? Ask now!
☎️011-23236374
📩covid19help.ugc@gmail.com pic.twitter.com/DjLiupMYBg
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) May 18, 2020
यूजीसी द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े सवालों के लिए हेल्पलाइन नंबर है - 011-23236374
इस ई-मेल आईडी पर भी भेज सकते हैं सवाल - covid19help.ugc@gmail.com
आप बताई गई आईडी पर ई-मेल भेजकर या दिए गए नंबर पर कॉल करके अपने सवालों के जवाब सीधे यूजीसी से मांग सकते हैं. यूजीसी का ई-सेल (UGC E-Cell) आपकी मदद करेगा.
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यूजीसी के सेक्रेटरी रजनीश जैन ने यूनिवर्सिटीज के वाइस चांसलरों को पत्र लिखकर पहले भी कहा था कि लॉकडाउन के दौरान छात्रों को किसी भी प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी कोई बीमारी ना हो, इसके लिए ऐसा हेल्पलाइन नंबर जारी करें, जिसमें छात्र कॉल कर अपनी मन की चिंताओं के बारे में खुलकर बात कर सकें.
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उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन के दौरान कॉलेज बंद हैं. वहीं कई ऐसे छात्र हैं, जो दूसरे शहरों से पढ़ने आते हैं. ऐसे में उन्हें किसी भी प्रकार का अकेलापन महसूस ना हो, इसके लिए कॉलेजों को सुझाव दिया है कि बातचीत और शांत रहने और तनाव मुक्त रहने के लिए छात्रों से नियमित रूप से बात होनी जरूरी है, ताकि वह सलाह लेते रहें.
यह भी कहा गया कि विश्वविद्यालय हॉस्टल वार्डन और सीनियर फैकल्टी मिलकर एक COVID-19 मदद ग्रुप बना सकते हैं, जिसमें ऐसे छात्रों की मदद की जा सकती है, जिन्हें जरूरत हो.
आपको बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी उन लोगों के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन (08046110007) शुरू किया थ जो लॉकडाउन के कारण दिमागी परेशानियों से जूझ रहे हैं.