इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) JEE एडवांस्ड परीक्षा के सिलेबस को कम करने और प्रवेश परीक्षा फॉर्मेट को बदलने पर चर्चा करेगा. ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड (JAB) के साथ मीटिंग में इस पर चर्चा होगी. मीटिंग अगले सप्ताह होने वाली है, जिसके बाद आखिरी फैसला लिया जाएगा.
इस साल, IIT दिल्ली JEE एडवांस्ड का आयोजन कर रहा है. IIT दिल्ली के डायरेक्टर वी रामगोपाल राव ने पुष्टि की, “अगले सप्ताह समीक्षा मीटिंग में चर्चा के लिए परीक्षा के फॉर्मेट, सेलेबस को बदलने पर विचार चल रहा है. निर्णय JAB की अनुमति के बाद लिया जाएगा.
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इस साल आईआईटी के एडमिशन पर खास ध्यान दिया जा रहा है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि CBSE और CISCE सहित कई बोर्ड ने बची हुई बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. इसी के साथ नियमों के अनुसार, आमतौर पर, जेईई (एडवांस्ड) में जनरल कैटेगरी के रैंक होल्डर के 12वीं में कम से कम 75 फीसदी मार्क्स होने चाहिए या टॉप 20 पर्सेंटाइल में नाम होना चाहिए.
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SC/ST छात्रों के 12वीं में कम से कम 65 फीसदी नंबर होने चाहिए या टॉप 20 पर्सेंटाइल. तभी उन्हें आईआईटी में एडमिशन मिल सकता है. ऐसे में कोरोना वायरस की वजह से अब आईआईटी की एडमिशन प्रक्रिया में भी कुछ छूट दी जा सकती है. ऐसे में इस साल कक्षा 12वीं के मार्क्स को न जोड़ने पर विचार किया जा रहा है.
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इस विषय पर एक मीटिंग हुई थी. जेईई के सभी चेयरपर्सन ने प्रस्ताव दिया कि इस साल कक्षा 12वीं में मार्क्स के नियमों को हटा देना चाहिए. क्योंकि हर राज्य ने कोरोना वायरस के कारण बोर्ड परीक्षा को लेकर अलग- अलग कदम उठाए हैं.
कब होगी JEE परीक्षा
कोरोना वायरस के कारण जेईई मेन परीक्षा दो बार टल चुकी है. पहले ये परीक्षा अप्रैल में होनी थी, फिर जुलाई में. अब इस परीक्षा का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक होगा वहीं जेईई एडवांस्ड की परीक्षा 27 सितंबर को होगी.