नये नियमों के अनुसार अब लड़कियां लड़कों के हॉस्टल में कमरों तक नहीं जा सकेंगी. अगर कोई छात्रा लड़कों के हॉस्टल में पाई जाती है तो जुर्माने के साथ साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. नये नियमों के ड्राफ्ट में हॉस्टल आवंटन, ठहरने, छुट्टी, खाना पीना, गुणवत्ता से लेकर ऑडिट भी शामिल है. इससे पहले 2005 में हॉस्टल नियमों में बदलाव किया गया था. बता दें कि जेएनयू में कुल 18 हॉस्टल हैं, इसमें आठ पुरुष और पांच महिला और पांच अन्य हॉस्टल हैं. जेएनयू ने अपने सभी स्टेक होल्डर से 18 अक्टूबर तक इस पर सुझाव मांगे हैं.
(प्रतीकात्मक फोटो)