भारत की राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने स्कूली शिक्षा में एक महत्वपूर्ण बदलाव की शुरुआत की है. नेशनल सिलेबस एंड टीचिंग लर्निंग मैटेरियल कमेटी (NSTC) के तहत मिशेल डैनिनो की अध्यक्षता में एक 35 सदस्यीय समिति की स्थापना की गई है. यह कमेटी कक्षा 6 से 12 तक के लिए सामाजिक विज्ञान पाठ्यक्रम को दोबारा आकार देने का काम करेगी.
NCERT की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, विद्यालयी शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचा (एनसीएफ-एसई) अगस्त में जारी किया गया था. पूरे देश में स्कूली शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तक तैयार करने के लिए एनसीएफ-एसई मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेगा.
एनएसटीसी के तहत पाठ्यचर्या क्षेत्र समूह विषय-वार पाठ्यक्रम और शिक्षण-शिक्षण सामग्री (टीएलएम) विकसित करेंगे, जिसमें पाठ्यपुस्तकें भी शामिल होंगी.
इसके अंतर्गत ही सामाजिक विज्ञान (इतिहास, भूगोल, राजनीतिक विज्ञान, समाजशास्त्र और मनोविज्ञान) के लिए पाठ्यचर्या क्षेत्र समूह का गठन किया गया है. यह समूह अर्थशास्त्र के समूह के साथ मिलकर कक्षा छह से 12 तक की सामाजिक विज्ञान का पाठ्यक्रम और शिक्षक शिक्षण सामग्री तैयार करेगा. यह समूह शुरुआत में तीन भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में शिक्षक शिक्षण सामग्री तैयार करेगा. अन्य भाषाओं में इसका बाद में अनुवाद किया जाएगा.
NCERT ने इस समूह को विभिन्न कार्यों के लिए समयसीमा भी दी है. इसके मुताबिक किताबों, शिक्षक शिक्षण सामग्री, कार्यपुस्तिकाओं आदि का पहला मसविदा अगले साल 20 जनवरी तक तैयार हो जाना चाहिए. इसी तरह अंतिम मसविदे के लिए 10 फरवरी की तिथि तय की है. शिक्षकों के लिए ‘हैंडबुक’ 25 फरवरी तक तैयार करनी है.