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BPSC 70वीं परीक्षा नियम और डेट बदलने से आयोग का साफ इनकार, तेजस्वी यादव ने बताया- लाठी-डंडा की सरकार!

BPSC exam row: पटना में बीपीएससी अभ्यर्थी 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में कथित बदलावों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि परीक्षा 'एक शिफ्ट, एक पेपर' प्रारूप में आयोजित की जाए, न कि 'अंकों के सामान्यीकरण' प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाए.

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RJD नेता तेजस्वी यादव ने BPSC 70वीं परीक्षा स्थगित करने की मांग की. (फाइल फोटो)
RJD नेता तेजस्वी यादव ने BPSC 70वीं परीक्षा स्थगित करने की मांग की. (फाइल फोटो)

BPSC 70वीं संयुक्त परीक्षा को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में आए और 13 दिसंबर को होने वाली आयोग की आगामी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा की तिथि बढ़ाने की मांग की. उन्होंने लखीसराय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान में कहा कि नीतीश कुमार सरकार... लाठी-डंडा की सरकार है. 

विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "राज्य की एनडीए सरकार बीपीएससी अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन से संबंधित मुद्दों को लेकर चिंतित नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य में हो रही चीजों के बारे में कुछ भी पता नहीं है. छात्रों की मांगों के प्रति बीपीएससी के उदासीन रवैये के खिलाफ लाखों छात्र विरोध कर रहे हैं."

तेजस्वी यादव ने बीपीएससी परीक्षा स्थगित करने की मांग

तेजस्वी यादव ने कहा कि आयोग को 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा की तिथि बढ़ानी चाहिए. क्योंकि सर्वर में समस्याओं के कारण लाखों छात्र फॉर्म नहीं भर पाए हैं. राजद नेता ने कहा, "वे (नीतीश कुमार सरकार) छात्रों की मांगों को कुचलने में अधिक रुचि रखते हैं, हम ऐसा नहीं होने देंगे."

क्या है मामला?

दरअसल, पटना में बीपीएससी अभ्यर्थी 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में कथित बदलावों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि परीक्षा 'एक शिफ्ट, एक पेपर' प्रारूप में आयोजित की जाए, न कि 'अंकों के सामान्यीकरण' प्रक्रिया का उपयोग किया जाए, जो निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कई पालियों में आयोजित परीक्षाओं के अंकों को समायोजित करती है. 

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13 दिसंबर को ही होगी बीपीएससी की परीक्षा

पटना में बीपीएससी कार्यालय के पास विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को बढ़ गया और सड़क जाम करने वाली भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बुलाया गया. बीपीएससी ने पहले ही कहा है कि परीक्षा प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा और 'एक शिफ्ट, एक पेपर' पुराने फॉर्मेट को ही फॉलो किया जाएगा.

बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने पहले ही साफ कर दिया है कि 13 दिसंबर की परीक्षा की तारीखों को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए चेयरमैन ने कहा, "इसे पहले ही 18 अक्टूबर (पहले की अंतिम तिथि) से बढ़ाकर 4 नवंबर कर दिया गया था. परीक्षा के लिए 4.83 लाख से अधिक अभ्यर्थी पहले ही आवेदन कर चुके हैं. यह उन अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा जिन्होंने पहले ही आवेदन कर दिया है. 13 दिसंबर को होने वाली परीक्षा के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं. 1000 से अधिक केंद्रों पर लगभग 30,000 सीसीटीवी कैमरे और जैमर पहले ही लगाए जा चुके हैं." 

कोई तकनीकी समस्या नहीं: BPSC चेयरमैन

चेयरमैन ने आगे कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि बीपीएससी के सर्वर में कोई तकनीकी समस्या नहीं थी. जब अंतिम तिथि 18 अक्टूबर से बढ़ाकर 4 नवंबर की गई थी, तो 15 दिनों की विस्तारित अवधि में लगभग 1.40 लाख अधिक छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था. उनके लिए सर्वर में कोई तकनीकी समस्या नहीं थी." 

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क्यों नहीं बढ़ाई जा सकती बीपीएससी परीक्षा की तारीख?

बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने कहा कि अगर तारीख को आगे बढ़ाया जाता है (जो कि बिल्कुल भी नहीं होने जा रहा है), तो प्रारंभिक परीक्षा अप्रैल-मई, 2025 से पहले आयोजित नहीं की जा सकेगी. अध्यक्ष ने कहा, "पूरी प्रक्रिया में कम से कम 5-6 महीने की देरी होगी. जनवरी, 2025 से मार्च, 2025 तक हमें परीक्षा केंद्र, निरीक्षक और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं मिल पाएंगी, क्योंकि अगले तीन-चार महीनों में कई अन्य परीक्षाएं पहले से ही आयोजित होने वाली हैं, जैसे कक्षा 10, 11, 12 की अंतिम परीक्षाएं और कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं."
 

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पीटीआई इनपुट
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