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UPPSC: आयोग का बड़ा फैसला! अब सीधी भर्ती में 75% मार्क्स का होगा स्क्रीनिंग टेस्ट, इंटरव्यू 25% का

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा अब विभिन्न विभागों के लिए की जाने वाली सभी सीधी भर्तियों के लिए चयन स्क्रीनिंग परीक्षा के 75% अंकों और साक्षात्कार के दौरान उम्मीदवार द्वारा प्राप्त 25% अंकों के आधार पर होगा.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने सीधी भर्ती के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट के 75 प्रतिशत और इंटरव्यू के 25 प्रतिशत अंक जोड़ने का फैसला लिया है. आयोग अध्यक्ष संजय श्रीनेत का ये फैसला उम्मीदवारों की ओर से निष्पक्षता की मांग के बाद आया है और ये ग्रुप 'बी' के 90% से अधिक राजपत्रित पदों पर लागू होगा. प्रतियोगी छात्रों की मांग पर यह फैसला लिया है. इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. इसमें राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सीधी भर्ती भी शामिल है. यूपी में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए आयोग के इस फैसले को ऐतिहासिक माना जा रहा है.

यूपीपीएससी के अधिकारियों के अनुसार, अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा विभिन्न विभागों के लिए की जाने वाली सभी सीधी भर्तियों के लिए चयन स्क्रीनिंग परीक्षा के 75% अंकों और साक्षात्कार के दौरान उम्मीदवार द्वारा प्राप्त 25% अंकों के आधार पर होगा. आयोग अध्यक्ष श्रीनेत ने कहा कि यह नई प्रणाली तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है और यह ग्रुप 'बी' के 90% से अधिक राजपत्रित पदों (विशिष्ट योग्यता वाले कुछ पदों को छोड़कर) के लिए चयन प्रक्रिया में लागू रहेगी, जिनके लिए सीधे भर्ती की जाती है.

इससे पहले, सीधी भर्तियों में चयन उम्मीदवार द्वारा साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर 100% होता था. आवेदकों की संख्या अधिक होने पर आयोग द्वारा एक स्क्रीनिंग टेस्ट आयोजित किया गया था लेकिन उम्मीदवारों की योग्यता की गणना करते समय इसके अंक नहीं जोड़े जाते थे. इसे लेकर अभ्यर्थियों का एक बड़ा वर्ग साक्षात्कार में भेदभाव का आरोप लगाते हुए स्क्रीनिंग टेस्ट में प्राप्त अंकों को भी अंतिम चयन में जोड़ने की मांग कर रहा था.

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बता दें कि अब तक, गैर सहायता प्राप्त कॉलेजों में सहायक प्रोफेसरों की भर्ती लिखित परीक्षा के बाद उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से की जाती थी, जबकि सरकारी डिग्री कॉलेजों में चयन यूपीपीएससी द्वारा स्क्रीनिंग परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर किया जाता था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीपीएससी के इस फैसले से इन दोनों अलग-अलग निकायों द्वारा की जाने वाली दोनों भर्तियों में कुछ समानता आएगी.

इंटरव्यू बोर्ड में दो मेंबर और दो एक्सपर्ट्स
आयोग ने सीधी भर्ती की इंटरव्यू प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए भी बड़ा बदलाव किया है. अब तक इंटरव्यू के सदस्य और एक एक्सपर्ट होते थे लेकिन अब दो इंटरव्यू मेंबर और दो एक्सपर्ट्स होंगे. साथ ही किसी भी सदस्य को इंटरव्यू से पहले किसी दूसरे सदस्य के बारे में कोई जानकारी नहीं होगी. ये इंटरव्यू शुरू होने से ठीक पहले तय होंगे.

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