कोरोना वायरस मरीजों के इलाज के लिए सेना बुलाकर ब्रिटेन ने 10 दिनों में 4000 बेड का इमरजेंसी हॉस्पिटल तैयार कर लिया है. इसे नाइटेंगल हॉस्पिटल नाम दिया गया है. आज यानी बुधवार से इस हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज शुरू भी हो सकता है. इससे पहले चीन ने 10 दिन में एक हजार बेड का हॉस्पिटल बनाया था.
असल में पूर्वी लंदन के डॉकलैंड जिले में एक्सेल कन्वेंशन सेंटर हुआ करता था. कन्वेंशन सेंटर को ही बदलकर हॉस्पिटल बनाया गया है. हॉस्पिटल में दो-दो हजार बेड वाले दो वार्ड बनाए गए हैं.
दो बार इराक और एक बार अफनागिस्तान का दौरा कर चुके कर्नल एशलेग बोरेम ने कहा है कि ये हॉस्पिटल तैयार करना उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा मिशन हो गया था.
कर्नल एशलेग ने कहा कि ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रही है. उन्होंने कहा कि मिलिट्री का हमेशा एक ही उद्देश्य होता है- लोगों की जान बचाना. एशलेग ने 1992 में मिलिट्री ज्वाइन की थी और कुछ ही हफ्ते में रिटायर होने वाले हैं.
लंदन के अलावा ब्रिटेन मैनचेस्टर, बर्मिंघम और ग्लासको में भी इमरजेंसी हॉस्पिटल तैयार कर रहा है. दुनियाभर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ब्रिटेन में अब तक 25,000 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और आने वाले दिनों में ये आकड़ा काफी बढ़ सकता है.
ब्रिटेन में कोरोना वायरस से 1700 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं.
इससे पहले चीन ने भी वुहान में 10 दिनों में एक हजार बेड का हॉस्पिटल तैयार किया था. फरवरी में चीन में बनाए गए इमरजेंसी हॉस्पिटल की भी दुनियाभर में चर्चा हुई थी.