हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयरों में लेन-देन करते समय मार्केट के नियमों का नहीं पालन करने पर मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने 7 जून को एक व्यक्ति जिनका नाम रजत मिश्रा है, उनपर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया था. जिस पर सोमवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने स्पष्टीकरण जारी कर कहा है कि 'उसने 12 मार्च, 2024 को ही सेबी को बता दिया था कि कंपनी के पास उपलब्ध जानकारी के आधार पर कि कंपनी के नामित व्यक्तियों और रजत मिश्रा के बीच कोई संबंध नहीं है.'
इससे पहले सेबी ने रजत मिश्रा को कारण बताओ नोटिस भेजा था, जिसमें उनसे पूछा गया था कि संदिग्ध लेन-देन और इस तरह की व्यापारिक गतिविधियों के बाद जांच क्यों न की जाए तथा जुर्माना क्यों नहीं लगाया जाए. रिपोर्ट के अनुसार रजत मिश्रा ने स्टॉक स्प्लिट पर अनपबलिस्ट प्राइस सेंसेटिव इनफॉरमेशन (UPSI) से स्पष्ट रूप से लाभ कमाया है.
कंपनी का शेयर
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयरों में सोमवार के दिन 1.30 फीसदी का उछाल देखा गया और ये 4807.00 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 22.57 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, वहीं अगर बीते एक साल में देखें तो हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयर रॉकेट की रफ्तार से सरपट भागे हैं, कंपनी के शेयरों में एक साल में 160.82 फीसदी का उछाल आया है. एचएल (HAL) के शेयरों का प्राइस 12 जून को 1843 रुपये था.
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयरों का 52 सप्ताह का उच्च स्तर (52-wk high) 5444.00 रुपये है, वहीं इसका 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर (52-wk low) 1738.50 रुपये है.
कंपनी के बारे में
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) जिसकी स्थापना साल 1940 में हुई थी, इसका मुख्यालय बेंगलुरू में है. ये पूरी तरह से एक सरकारी कंपनी है, जो रक्षा से जुड़ा उपकरण बनाती है. 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिका के दौरे पर थे तब जीई (GE) एयरोस्पेस के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ था जिसके तहत दोनों कंपनियां साथ मिलकर भारतीय वायुसेना के लिए लड़ाकू जेट का इंजन बनाने का करार हुआ था. इस कंपनी को मार्च 2024 की तिमाही में कुल मुनाफा 4308 करोड़ रुपये का हुआ था.
क्या है इनसाइडर ट्रेडिंग?
इनसाइडर ट्रेडिंग को भेदिया कारोबार भी कहते हैं. निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने भेदिया कारोबार पर रोक लगाई है. जब किसी कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा कोई आदमी उसकी अंदरूनी जानकारी होने के आधार पर उसके शेयर खरीद या बेचकर गलत ढंग से मुनाफा कमाता है तो इसे इनसाइडर ट्रेडिंग या भेदिया कारोबार कहा जाता है. इसके तहत सार्वजनिक न होने वाले न होने वाले मूल्य संवेदनशील जानकारी (यूपीएसआई) का दुरुपयोग करके शेयर बाजार में अवैध कमाई करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है.