संयुक्त अरब अमीरात में एक अमीराती महिला को अमेरिकी टीचर की हत्या और अमेरिकी-इजिप्शियन डॉक्टर पर बम हमले की साजिश रचने के मामले में मौत की सजा दी गई है. महिला को आतंकवाद से प्रभावित हमलों का जिम्मेदार पाया गया था.
31 वर्षीय आला-ए-बद्र अब्दुल्ला अल-हाशमी को सोशल मीडिया पर आतंकी विचारधारा फैलाने का भी दोषी पाया गया. गल्फ न्यूज एजेंसी का कहना है कि हाशमी को गोली मारकर मौत की सजा दी गई. उन्हें 29 जून के दिन मौत की सजा हुई थी.
पुलिस के अनुसार हाशमी न सिर्फ अमेरिकी बल्कि विदेशी लोगों को निशाना बनाती थी. अबू धाबी के अखबार 'द नेशनल' के अनुसार हाशमी ने सरकारी वकील से कहा था कि उन्होंने वो अपराध इसलिए किया क्योंकि राज्य के सुरक्षा एजेंट, आतंकियों से संबंध होने के आरोप में उसके पति को उठाकर ले गए थे. सुनवाई के दौरान हाशमी ने मानसिक बीमारी से जूझने की बात भी कबूल की थी.
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