Surya Grahan 2022: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर यानी आज लग चुका है. ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई दे रहा है. सूर्य ग्रहण को लेकर सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म ग्रंथों या पुराणों में तमाम बातें कही गयी हैं. सूर्य ग्रहण लगने से धरती पर मौजूद सभी जीव-जंतुओं पर प्रभाव पड़ता है. ऐसा माना जाता है कि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए. आइए जानते हैं कि सूर्य ग्रहण नंगी आंखों से क्यों नहीं देखना चाहिए.
आंखों पर क्या असर पड़ता है?
वैज्ञानिकों ने भी आगाह किया है कि इस सूर्य ग्रहण नंगी आंखों से बिल्कुल ना देखें. जब तक कि सूर्य ग्रहण समाप्त न हो जाए, लापरवाही ना करें. सूर्य ग्रहण को सीधे देखने से एक्लिप्स ब्लाइंडनेस" या रेटिनल बर्न हो सकता है. जिसे सोलर रेटिनोपैथी कहते हैं. दरअसल, सूर्य ग्रहण की छाया आंखों के रेटिना को खराब कर देता है. जो कि सीधा आपके दिमाग से जुड़ता है. आंखों की इस दिक्कत के बारे में आसानी से स्पष्ट नहीं होता है क्योंकि इसका पता कुछ घंटों या दिन में भी लगता है. इसकी वजह से आपके आंख की रोशनी भी जा सकती है. इसलिए सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखने के बजाय एक्लिप्स ग्लास से देखने की सलाह दी जाती है.
सूर्य ग्रहण से आंखों में नुकसान के लक्षण
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना हानिकारक माना जाता है. इसकी वजह से आपकी आंख में कई परेशानियां हो सकती हैं. अगर आप सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखते हैं तो इसकी रोशनी के कारण आपको देखने में परेशानी, आंख में खुजली की समस्या भी हो सकती है. आइए जानते हैं कि क्या क्या लक्षण हो सकते हैं-
1. देखने में परेशानी
2. कन्संट्रेशन में दिक्कत
3. दाग-धब्बे दिखाई देना
4. आंख में खुजली
5. आंख में जलन
सूर्य ग्रहण से आंखों का बचाव
ऐसे में यदि आप को ग्रहण देखना है तो इसके लिए आप फिल्टर का उपयोग करें या ग्रहण देखने वाले स्पेशल चश्मों का प्रयोग करें. ऐसा करने से आपकी आंखों पर सूरज की हानिकारक किरणों नहीं पहुंचेंगे जिसे आपका रेटिना सुरक्षित रहेगा.
aajtak.in