पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को बीजिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात के दौरान भारत और रूस संबंधों की सराहना की और कहा कि इस्लामाबाद इसका पूरा सम्मान करता है. साथ ही उन्होंने रूस के साथ मजबूत और रचनात्मक संबंध बनाने की इच्छा जताई.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने व्लादिमीर पुतिन से कहा, 'हम जानते हैं कि रूस के भारत के साथ बहुत मजबूत संबंध हैं. हम इसका पूरा सम्मान करते हैं. लेकिन पाकिस्तान भी रूस के साथ अच्छे संबंध चाहता है. हम क्षेत्र की प्रगति और समृद्धि के लिए पूरक और सहयोगी रिश्ते चाहते हैं.' शरीफ ने पुतिन को 'डायनेमिक लीडर' बताते हुए उनके साथ निकट सहयोग की प्रतिबद्धता जताई.
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शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान का समर्थन करने और क्षेत्र में संतुलन स्थापित करने के प्रयास के लिए रूसी राष्ट्रपति का आभार जताया. बता दें कि दोनों नेता द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ पर 3 सितंबर को होने वाले चीनी सैन्य परेड में हिस्सा लेने के लिए बीजिंग में रुके हैं. इस परेड में उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन, ईरान, मलेशिया, म्यांमार, मंगोलिया, इंडोनेशिया, जिम्बाब्वे समेत 26 विदेशी राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे.
पुतिन के पीछे भागते दिखे थे शरीफ
इससे पहले, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में नवाज शरीफ को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश में उनके पीछे तेजी से भागते और हाथ मिलाने की जल्दबाजी में देखा गया था. यह घटना ग्रुप फोटोग्राफ के बाद हुई, जब पुतिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शहबाज शरीफ के सामने से गुजर रहे थे. शरीफ की यह हरकत सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी.
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मोदी का आतंकवाद पर कड़ा संदेश
दूसरी ओर, सोमवार को 25वें SCO शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को पूरी मानवता के लिए खतरा बताया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल के आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है. मोदी ने एससीओ समिट में शामिल देशों से आतंकवाद से निपटने में 'दोहरे मापदंड' को अस्वीकार करने की बात कही और इसे वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ी चुनौती करार दिया. उन्होंने भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में समर्थन देने वाले SCO देशों का आभार जताया.
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