पाकिस्तान में आम चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में बैठक की. इस बैठक में देश में अगले आम चुनावों की तारीखों और सीट शेयरिंग पर चर्चा हुई.
द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के चीफ और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) के सह अध्यक्ष जरदारी के बीच दुबई में बैठक हुई. दोनों पार्टियां पाकिस्तान के सत्ताधारी गठबंधन (PDM) में शामिल हैं. इस बैठक में कार्यवाहक व्यवस्था के लिए नामों को अंतिम रूप देने और और अगला चुनाव जीतने की स्थिति में किसे कौन सा प्रमुख पद मिले, जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार में शामिल दो मुख्य दलों के शीर्ष नेतृत्व की UAE में विस्तृत विचार-विमर्श के बाद आम चुनावों को लेकर अनिश्चितता जल्द ही खत्म हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, दोनों पार्टियों ने तय किया है कि सभी मुद्दों पर निचले स्तर पर बातचीत के बजाय जरदारी और नवाज शरीफ के बीच चर्चा होगी. ताकि समय की बर्बादी न हो.
पाकिस्तान इस समय बड़े राजनीतिक और आर्थिक संकट से जूझ रहा है. सत्ताधारी गठबंधन पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा पेश की गई चुनौतियों का भी सामना कर रहा है. इसी बीच चुनाव आयोग ने हाल ही में एक बैठक के बाद आम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है.
पाकिस्तान में 12 अगस्त को मौजूदा नेशनल असेंबली का कार्यकाल खत्म हो रहा है. पाकिस्तानी संविधान के मुताबिक, कार्यकाल खत्म होने के 60 दिन के भीतर चुनाव कराने जरूरी हैं. PML-N के एक अंदरूनी सूत्र ने बताया कि शरीफ-जरदारी के बीच बैठक का मुख्य एजेंडा अक्टूबर या उसके बाद चुनाव था. सूत्र ने कहा कि अगर चुनाव तय समय पर होते हैं, तो अगर चुनाव अपने निर्धारित समय पर होते हैं, तो केंद्र में कार्यवाहक सेटअप पीपीपी और पीएमएल-एन की पसंद का होगा.
नवाज शरीफ और जरदारी के बीच यह पहली बैठक थी. माना जा रहा है कि जब तक तीन प्रमुख मुद्दों पर सहमति नहीं बन जाती, तब तक दोनों पार्टियों के बीच खींचतान जारी रह सकती है. इन तीन मुद्दों में आम चुनाव की तारीख, कार्यवाहक सेटअप का आकार और चुनाव लड़ने पर फैसला शामिल है. पार्टियां अभी विचार कर रही हैं कि अलग अलग चुनाव लड़ा जाए, या सीट शेयरिंग के मुद्दे पर.
दोनों नेताओं के बीच बैठक ऐसे वक्त पर हुई, जब नवाज शरीफ की बेटी मरयम और जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो दुबई में ही हैं. जबकि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भी बातचीत का हिस्सा बनने के लिए वहां पहुंचने की उम्मीद है.
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